शरजील को लेकर ईडी की टीम सोमवार रात 10 बजे के बाद सिविल लाइंस स्थित दफ्तर में पहुंची। यहां करीब एक घंटे बाद उससे कुछ देर के लिए पूछताछ की गई। भांजे अब्बास से सामना भी कराया गया। इसके बाद ईडी की टीम लिखापढ़ी में जुट गई।
मंगलवार सुबह 10 बजे के करीब ईडी की एक अन्य टीम कार्यालय पहुंची और शरजील को अलग चैंबर में बैठाकर पूछताछ की। करीब एक बजे उसे मेडिकल के लिए कॉल्विन हॉस्प्टिल ले जाया गया। यहां मेडिकल कराने के बाद उसे उसे कड़ी सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया गया।
कस्टडी रिमांड की अर्जी मंजूर होने के बाद ईडी ने उसे हिरासत में ले लिया और उसे लेकर शाम को एक बार फिर दफ्तर पहुंची। रात आठ बजे के करीब ईडी की एक अन्य टीम ने उससे पूछताछ शुरू की। इसके बाद उसका अब्बास से एक बार फिर आमना-सामना कराया गया।
करोड़ों के टर्नओवर का क्या है राज
पूछताछ के दौरान ईडी ने विकास कंसट्रक्शन की बैलेंश शीट भी शरजील को दिखाई। साथ ही यह सवाल भी पूछा कि करोड़ों के टर्नओवर के पीछे आखिर क्या राज है। कुछ ही साल में कंपनी के टर्नओवर में इतनी बढ़ोतरी कैसे हुई। वह कौन-कौन से काम थे, जो उक्त अवधि में फर्म ने किए।
अब्बास से पूछा-क्यों बने गारंटर, कहां गई रकम
पुख्ता सूत्रों का कहना है कि पूछताछ के दौरान ईडी ने अब्बास अंसारी से करोड़ों के उस लोन के बाबत भी सवाल पूछे, जो विकास कंसट्रक्शन के नाम पर लिया गया। ईडी अफसरों ने अब्बास से पूछा कि विकास कंसट्रक्शन के नाम पर लिए गए लोन में वह गारंटर क्यों बना। यही नहीं, लोन की रकम कहां गई और इसे अदा क्यों नहीं किया गया।
गौरतलब है कि विकास कंसट्रक्श्न के नाम पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से करोड़ों रुपये का लोन लिया गया लेकिन इसे चुकाया नहीं गया। दरअसल लोन के एवज में 142.88 स्क्वॉयर मीटर जमीन वाले बेशकीमती प्लॉट को गिरवी रखा गया। जिसे लोन अदा न करने पर पिछले महीने ही बैंक ने नीलाम करने का निर्णय लिया था।