अपना दल (सोनेलाल) को राज्यस्तरीय राजनीतिक दल की मान्यता मिलने के बाद शुक्रवार को हुए पार्टी के पहले अधिवेशन में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल को दूसरी बार पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में हुए एक दिवसीय अधिवेशन में अनुप्रिया ने कहा कि पार्टी लगातार आगे बढ़ रही है, जो कुछ लोगों की आंखों की किरकिरी बना हुआ है।
अनुप्रिया ने कहा कि विरोधी विरोध करें तो ठीक, लेकिन जब अपने लोग ही विरोध करने लगते हैं तो तकलीफ होती है। हमारे ही लोगों का कंधा इस्तेमाल कर पार्टी को कमजोर करने की साजिश रची जा रही है। लेकिन मैं इससे घबराने वाली नहीं हूं।
नगर निकाय के चुनाव भी बीजेपी के साथ मिलकर लडेंगे
इस मौके पर अनुप्रिया ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ मिलकर नगर निकाय चुनाव भी लड़ेगी। निकाय चुनावों में सीटों को लेकर बीजेपी से बातचीत चल रही है।
जल्द ही इस पर फैसला होगा। पार्टी के सभी कार्यकर्ता नगर निकाय चुनावों की तैयारी में लगे हुए हैं। पार्टी मजबूती से चुनाव लड़ेगी। अगर निकाय चुनावों को लेकर समझौता नहीं होता है, तो पार्टी अकेले भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।
परिवार को एक करने की कोशिश बहुत हुई, अब आगे बढ़ेंगे
अनुप्रिया ने कहा कि परिवार को एक करने की बहुत कोशिश हुई। कई बार प्रयास किए गए। लेकिन अब आगे बढ़ने के लिए काम करेंगे। एक ऐसा मौका भी आया जब अनुप्रिया भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि जब उनके पिता डॉ. सोनेलाल पटेल की अचानक मौत हुई, तब अचानक उन्हें पार्टी का महासचिव बना दिया गया।
अनुप्रिया ने कहा कि तब से लेकर आज तक लगातार पार्टी को खत्म करने के प्रयास होते रहे, मगर पार्टी लगातार आगे बढ़ रही है। आज अपना दल एस तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। अपना दल जिस तरह से आगे बढ़ रहा है, अपनों के आक्त्रमण और बढ़ रहे हैं।