कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दबाव में काम कर रहा है।
गुजरात कांग्रेस प्रभारी रघु शर्मा ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि क्या कारण है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की घोषणा पहले कर दी गई और गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा आज की गई है जबकि दोनों राज्यों के चुनाव परिणाम एक ही दिन आठ दिसंबर को घोषित किए जाएंगे।
शर्मा ने कहा कि 10 मार्च के बाद पीएम मोदी के अभी तक जितने भी कार्यक्रम हुए हैं, वे सभी ‘सरकारी’ कार्यक्रम थे। जिसमें सरकारी पैसा पानी की तरह बहाया गया। चुनाव आयोग को यह बताना चाहिए कि जब दो राज्यों के चुनाव परिणाम एक साथ आने हैं तो दोनों की तारीखों की घोषणा में इतना अंतर क्यों?
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के चुनाव की घोषणा एक स्पेशल घोषणा थी। इसमें पहले 14 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी होता है। लेकिन 17 अक्टूबर को ‘कोड ऑफ कंडक्ट’ लागू होता है । ऐसा इसलिए किया जाता है कि 16 अक्टूबर को पीएम मोदी की रैली थी, जिसे सरकारी संसाधनों से आयोजित करना था।
शर्मा ने कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए कुछ भी करने को तैयार है। मोरबी दुर्घटना के बाद कांग्रेस ने जहां राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए, वहीं भाजपा ने अमानवीय व्यवहार करते हुए ऐसा कुछ नहीं किया। पीएम मोदी उसी दिन गुजरात में अपने तय कार्यक्रम में हिस्सा लेते नजर आए।