राजस्थान से राज्यसभा की चार सीटों के लिए होने वाले चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी की प्रदेश इकाई ने राज्यपाल कलराज मिश्र और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को पत्र लिखकर कांग्रेस में शामिल हुए बसपा के छह विधायकों को चुनाव में भाग लेने से रोकने की मांग की है।
बसपा के प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि 2018 के विधानसभा चुनाव में बसपा के चुनाव चिह्न पर जीतने वाले छह विधायकों का असंवैधानिक रूप से कांग्रेस पार्टी में विलय हो गया। इन सभी विधायकों के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में दलबदल रोधी कानून के तहत मामला चल रहा है, जिस पर जल्द फैसला होने वाला है। ऐसे में इन छह विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोट देने से रोका जाना चाहिए, क्योंकि बसपा ने फैसला किया है कि वह राज्यसभा चुनाव में किसी पार्टी या निर्दलीय का समर्थन नहीं करेगी।
बसपा के छह विधायकों में राजेन्द्र गुढा, लखन मीणा, दीपचंद खेरिया, संदीप यादव, जोगिंदर अवाना और वाजिब अली शामिल हैं, जो सितंबर 2019 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। इन छह विधायकों सहित कांग्रेस के पास वर्तमान में 108 विधायक हैं। राज्यसभा की चार सीटों पर चुनाव 10 जून को होगा। कांग्रेस ने तीन उम्मीदवार और भाजपा ने एक उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा है। कारोबारी सुभाष चंद्रा ने भाजपा के समर्थन से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया है।