देश के मैदानी इलाकों में स्थित शहरों में सबसे कम तापमान वाले पांच शहरों में मध्यप्रदेश के चार शहर शामिल हैं। इनमें रायसेन पहले नंबर पर रहा। बीते 24 घंटों में यहां पर न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। पाकिस्तान के आसपास बने पश्चिमी विक्षोभ की आवृति कमजोर होने के कारण उसका मध्यप्रदेश के मौसम पर विशेष प्रभाव नहीं पड़ रहा है। हवाओं का रुख बीच-बीच में उत्तरी हो जाने से मध्यप्रदेश में रात के समय सिहरन बरकरार है। विशेषकर भोपाल, इंदौर एवं नर्मदापुरम संभागों के जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम बने हुए हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मध्यप्रदेश के सभी संभागों के जिलों का मौसम मुख्यत: शुष्क रहा। न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। इंदौर, भोपाल एवं नर्मदापुरम संभागों के जिलों में सामान्य से कम तथा शेष संभागों के जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य रहा।
वैज्ञानिकों के अनुसार चार नवंबर तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। चार नवंबर को एक अन्य तीव्र आवृति वाले पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने की संभावना है। इसके प्रभाव से हवाओं का रुख बदलेगा। इस वजह से प्रदेश में न्यूनतम तापमान बढ़ने लगेगा। हालांकि इस मौसम प्रणाली के असर से उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी एवं मैदानी क्षेत्रों में वर्षा भी होने के आसार हैं। इस पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ने के बाद सात नवंबर से हवा का रुख उत्तरी होने से मध्यप्रदेश में न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट होने लगेगी।