पर्यटन की दृष्टि से भरद्वाज मुनि आश्रम के विस्तार की तैयारी शुरू हो गई है। लेकिन इसके कारण 33 भवन स्वामियों पर खतरा मंडराने लगा है। पीडीए की ओर से इनको नोटिस भेजा गया है। इसमें 22 मकानों को ध्वस्त किया जाना है। ऐसे में नोटिस मिलने के बाद से ही भवन स्वामी लगातार पीडीए के चक्कर लगा रहे हैं।
कुंभ 2025 को लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी के तहत भरद्वाज मुनि आश्रम के विस्तारीकरण का प्रस्ताव भी कुंभ की तैयारियों में शामिल किया गया है। पीडीए की तरफ से आश्रम के आसपास के मकानों को नोटिस भेजा गया है। नोटिस में भवन स्वामियों से 15 दिनों के भीतर भवन तोड़ने का निर्देश दिया गया है। ऐसा नहीं करने पर पीडीए की तरफ से भवन को तोड़ दिया जाएगा और उसको तोड़ने में होने वाले खर्च को भी पीडीए वसूलेगा। नोटिस मिलने के बाद से ही भवन स्वामियों के होश उड़े हुए हैं।
भवन स्वामियों का कहना है कि वह दशकों से इस मकान में रह रहे हैं। अचानक से भवन तोड़ने का नोटिस मिला है। जबकि उनके पास सभी जरूरी कागजात हैं। उधर, पीडीए के अधिकारियों का कहना है कि ज्यादातर भवन नजूल की जमीन पर बने हुए हैं। उसका समय पूरा हो चुका है। ऐसे में पीडीए की ओर से नोटिस भेजा गया है।
जिला प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। 33 भवन स्वामियों को नोटिस दिया गया है। इसमें 22 भवनों का ध्वस्तीकरण होना है। – अजीत कुमार सिंह, सचिव, पीडीए