मोरबी झूला पुल हादसे में सोमवार सुबह तक 132 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। रविवार शाम करीब साढ़े 6 बजे पुल के टूटकर गिरने के बाद मच्छु नदी से शव निकाले जा रहे हैं। राहत और बचाव कर्यय में जल, थल और वायु तीनों सेना जुटी हैं। एनडीआरएफ की टीम भी मच्छु नदी में राहत और बचाव कार्य में जुटी है।
राज्य के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने सोमवार सुबह बताया कि रविवार शाम ब्रिज पर 210 लोग मौजूद थे। अब तक करीब 132 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। रातभर राहत और बचाव कार्य में पूरा प्रशासन जुटा रहा। घायलों की जान बचाने की कोशिश को प्राथमिकता देते हुए बचाव कार्य को अंजाम दिया गया है। मुख्यमंत्री रात ढाई बजे तक दुर्घटना स्थल पर मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह सुबह से राहत और बचाव की जानकारी हासिल कर रहे हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार अभी तक दो लोग लापता हैं। नदी का पानी कम कर बचाव कार्य को अंजाम दिया गया। ब्रिज की मरम्मत करने वाली एजेंसी के खिलाफ क्रिमिनल केस किया जाएगा। आईजी की अध्यक्षता में हादसे की जांच की जाएगी। आसपास के जिलों की पुलिस की मदद जांच में ली जाएगी। प्रशासन ने 99 मृतकों की सूची जारी की है।