मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी में संगठित अपराध पूरी तरह से खत्म हो चुका है। अपराधी या तो जेल में हैं या मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। वे हरियाणा के फरीदाबाद के सूरजकुंड में हुए राज्यों के गृह मंत्रियों के दो दिवसीय चिंतन शिविर में बोल रहे थे।
उन्होंने प्रदेश की बेहतर कानून व्यवस्था के यूपी मॉडल के बारे में बताया। कहा, पिछले पांच वर्षों में चार मुख्य बिंदुओं पर काम किया गया है। इसमें भर्ती-प्रशिक्षण, पुलिस का आधुनिकीकरण, ुलिस कर्मियों की अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि और चुनौतियों को देखते हुए गृह मंत्रालय से समन्वय शामिल हैं। इससे कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने में कामयाबी मिली है।
अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति से संगठित अपराध समाप्त हो चुका है। प्रदेश में माफिया और अन्य अपराधियों की 44.59 अरब की संपत्ति जब्त या ध्वस्त की गई है। ऐसी अवैध संपत्ति का जब्तीकरण कर उन पर बालिकाओं के लिए कॉलेज और निर्बल वर्ग के लिए आवास बनाए जा रहे हैं। इससे समाज में बेहतर संदेश गया है।
अदालतों में मजबूत पैरवी कर अपराधियों को कड़ी सजा दिलाई गई है। अब यूपी में त्योहार, मेले और जुलूस शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो रहे हैं। महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए मिशन शक्ति अभियान संचालित किया जा रहा है। पुलिस की व्यापक कार्रवाई से महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा की भावना जागृत हुई है। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में सजा दिलाने में यूपी को देश में पहला स्थान मिला है।