असमिया फिल्म जगत के पितामह और दिग्गज अभिनेता निपोन गोस्वामी का गुरुवार की सुबह निधन हो गया। 75 वर्षीय गोस्वामी ने गुवाहाटी नेमकेयर अस्पताल में आज सुबह 9.15 बजे अंतिम सांस ली। वह स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के कारण पिछले कुछ दिनों से नेमकेयर अस्पताल में उपचाराधीन थे।
निपोन गोस्वामी का जन्म सितम्बर 1947 में तेजपुर के कालीबाड़ी में हुआ था। उनके पिता चंद्रधर गोस्वामी एक प्रसिद्ध अभिनेता और मां निरुपमा गोस्वामी संगीत के क्षेत्र से जुड़ी थीं। इसके अलावा उनके पांच चाचा अभिनय के क्षेत्र में थे। कम उम्र से ही उन्हें कला, संस्कृति और अभिनय से परिचित होने का अवसर मिला। वह कलागुरु विष्णुप्रसाद राभा, फणी शर्मा के पड़ोसी थे। उनकी पढ़ाई तेजपुर में हुई। स्कूल के दिनों में ही निपोन गोस्वामी को पहली बार अभिनय करने का मौका मिला था। उन्होंने पहले मंच पर अभिनय किया और बाद में असमिया फिल्मों में अभिनय किया।
वह अभिनय प्रशिक्षण के लिए 1965 में पुणे गए, जिसमें प्रसिद्ध बॉलीवुड हस्तियां सुभाष घई, शत्रुघ्न सिन्हा आदि सहपाठी के रूप में शामिल थे। इसके बाद ही उन्होंने फिल्मों में एक्टिंग शुरू की। निपोन गोस्वामी की पहली फिल्म 1957 में फणी शर्मा द्वारा निर्देशित ‘पियाली फुकन’ रिलीज हुई थी। उन्होंने फिल्म ‘ग्रैंडफादर ग्रैंडसन एंड एलिफेंट’ में भी अभिनय किया था। निपोन गोस्वामी ने सौ से अधिक टेलीफिल्म्स और वीसीडी फिल्मों में अभिनय किया है और नाटकों का निर्देशन भी किया है।
उन्होंने फिल्मों के साथ-साथ स्टेज परफॉर्मेंस भी जारी रखा। निपोन गोस्वामी ने कोहिनूर, आवाहन, हेंगुल और शकुंतला थिएटर जैसे विभिन्न मोबाइल थिएटरों में अभिनय किया है। उन्होंने नाटक ‘असीमत जार हेराल सीमा’ में ‘चंदन’ की भूमिका निभाई थी। असम के एक प्रमुख थिएटर ग्रुप आवाहन थिएटर ने निपोन गोस्वामी को 2021 में डॉ. भाबेंद्र नाथ सैकिया पुरस्कार से सम्मानित किया। इस दिग्गज अभिनेता और निर्देशक के निधन से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। उन्हें कई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।