प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। वन्यजीवों की निगरानी और देखभाल के लिए उत्तर प्रदेश में 4 रेस्क्यू सेंटर बनाए जा रहे हैं। इसमें से एक पश्चिम यूपी के हस्तिनापुर में बनेगा।
पश्चिमी यूपी के 10 से अधिक जिलों से जानवरों को लाया जाएगा
पांडवों की राजधानी रहे महाभारतकालीन हस्तिनापुर में अब जल्द ही वन्यजीवों का रेस्क्यू सेंटर बनने जा रहा है। इस सेंटर में पश्चिमी यूपी के 10 जिलों से ज्यादा के तमाम वन्य जीवों को रेस्क्यू के बाद लाया जाएगा और उनका उपचार कर देखभाल की जा सकेगी।
चार फेज में बनेगा रेस्क्यू सेंटर
मेरठ के डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि इस रेस्क्यू सेंटर को चार फेज में बनाया जाएगा। जहां वन्यजीवों के उपचार के लिए हॉस्पिटल, रहने के लिए विशाल बाड़ा, निगरानी के लिए पोस्ट और इनकी देखभाल करने वाले विशेषज्ञों के लिए आवास बनाए जाएंगे। रेस्क्यू सेंटर बनाने के लिए डीपीआर तैयार हो चुका है। कार्यदायी संस्था के रूप में जल निगम को चुना गया है। लगभग दो वर्षों में ये रेस्क्यू सेंटर बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद वन्य जीवों को काफी लाभ मिल पायेगा।
योगी सरकार ने वन्यजीवों के लिए उठाया कदम
अभी मेरठ या आसपास किसी वन्य जीव को देखने के बाद जब उसका रेस्क्यू किया जाता है तो उसे पीलीभीत या लखनऊ लेकर जाना पड़ता है, जिससे उस वन्य जीव की जान पर भी बन आती है। सफर काफी लंबा होता है और इस दौरान उपचार भी नहीं मिल पाता। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह फैसला लिया है। अब वन्यजीवों का रेस्क्यू ऑपरेशन कर उनकी जान तो बचाई ही जा सकती है। इसके साथ इंसानों को भी वन्यजीवों से होने वाले खतरे को जल्द रोका जा सकता है।