कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल में विधानसभा चुनाव की घोषणा का स्वागत करते हुए कहा है कि कांग्रेस इन चुनावों में चुनाव आयोग द्वारा जारी आदर्श आचार संहिता का पुरी तरह पालन करेगी।
एआईसीसी के प्रवक्ता व प्रदेश मीडिया प्रभारी अलका लांबा ने शनिवार को पत्रकार वार्ता में उम्मीद जाहिर की है कि चुनाव आयोग बिना किसी दबाव के निष्पक्ष चुनाव सम्पन करवाएगा और इन चुनावों के दौरान सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग को रोकने के लिए कड़े कदम उठाएगा।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर सकती है। उन्होंने कहा कि पूर्व में चुनावों के दौरान देखा गया है कि भाजपा द्वारा निष्पक्ष चुनाव प्रकिया को बाधित करने के लिए ईडी और सीबीआई का दुरूपयोग किया गया, ऐसा हिमाचल में भी हो सकता है। उन्होंने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि निष्पक्षता से चुनाव करवाने की जिम्मेदारी को निहारें एवं ईडी, सीबीआई के हस्तक्षेप को रोकें।
अलका लाम्बा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी चुनावों के लिए पुरी तरह तैयार है और पार्टी का कार्यकर्ता एक-एक मतदान केन्दो पर तैनात है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने प्रत्याशियों की घोषणा करने के लिए पुरी तरह तैयार है।
अलका लांबा ने कहा कि जयराम सरकार अब चंद दिनों की मेहमान है और सरकार के अन्तिम दिन भी जयराम ने अपनी पराजय देखकर केबिनेट मीटिंग में ऐसे फैसले लिए जो पिछले पांच सालों में राज्य सरकार नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता राज्य सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ इन मुददों को लेकर मतदान करेगी और भाजपा सरकार को सता से उखाड़ फैंकेगी।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लगने के बावजूद भी हाटी समुदाय को गुमराह करने के लिए आज केन्द्रीय गृह मंत्री अति शाह सिरमौर जिला में आए हैं। उन्होंने कहा कि अगर केन्द्र सरकार की नीयत साफ होती तो हाटी को जनजाति दर्जा देने की घोषणा केबिनेट मीटिंग तक ही नहीं रुकती। केन्द्र सरकार का यह फैसला केवल दो समुदायों के बीच सामाजिक जहर घोलने का प्रयास मात्र है।