पणजी में गोवा तट पर बुधवार को सुबह बेस पर लौटते समय तकनीकी खराबी आने से एक लड़ाकू विमान मिग-29के दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान का पायलट बाहर निकलने में कामयाब हो गया, जिससे उसकी जान बच गई। भारतीय नौसेना ने इस मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
नौसेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि गोवा के समुद्र के ऊपर नियमित उड़ान के दौरान बेस पर लौटते समय मिग 29के में तकनीकी खराबी आ गई। इसका आभास होते ही पायलट ने सुरक्षित निकासी की, जिसके बाद लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बाद में तेजी से खोज और बचाव अभियान चलाया गया, जिसमें पायलट को खोज निकाला गया है। पायलट की हालत स्थिर है। इस दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए बोर्ड ऑफ इंक्वायरी (बीओआई) को आदेश दिया गया है।
इससे पहले भी मिग-29 में उड़ान के वक्त हवा में तकनीकी खराबी आने की घटनाएं हुई हैं। नवंबर, 2020 में भी एक मिग-29के में उड़ान के दौरान खराबी आ गई थी। अरब सागर में हुई इस दुर्घटना में एक पायलट को घटना के तुरंत बाद बचा लिया गया था और दुर्घटना के 11 दिन बाद कमांडर निशांत सिंह का शव बरामद किया गया था। 23 फरवरी, 2020 को पक्षियों की चपेट में आने से एक विमान क्रैश हुआ था लेकिन दोनों पायलटों ने इजेक्ट करने से पहले जेट को रिहायशी इलाके से दूर कर दिया था। इसी तरह 16 नवंबर, 2019 को एक मिग-29 गोवा में ही क्रैश हुआ था लेकिन दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए थे। भारतीय मिग-29के का पहला नुकसान 2018 में हुआ था।