उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी को मिले चुनाव चिन्ह मशाल पर बुधवार को समता पार्टी की प्रदेश इकाई ने अपना हक जताया है। समता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष तृणेश देवलेकर ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को ई-मेल भेज कर अपना विरोध व्यक्त किया है। अगर चुनाव आयोग ने सही निर्णय नहीं लिया तो वे इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेंगे।
तृणेश देवलेकर ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि मशाल चुनाव चिन्ह चुनाव आयोग ने उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी को दे दिया है, जबकि यह चुनाव चिन्ह समता पार्टी का है। एक ही चुनाव चिन्ह दो अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां आखिर किस तरह उपयोग कर सकती हैं। चुनाव आयोग को उन्होंने इस संबंध में सारी जानकारी और शिकायत ई-मेल से भेज दी है। चुनाव आयोग उनकी शिकायत पर खुद कार्रवाई करेगा, लेकिन अगर कोई कार्रवाई नहीं गई की तो वे इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में जाएंगे।
उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के नेता और विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कहा कि चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी को यह चुनाव चिन्ह दिया है। इसलिए इस मामले में चुनाव आयोग को कार्रवाई करना है। इससे पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।
दरअसल, दिवंगत कद्दावर कामगार नेता जार्ज फर्नांडिस ने 1974 में समता पार्टी का गठन किया था। उस समय चुनाव आयोग ने समता पार्टी को मशाल चुनाव चिन्ह दिया था लेकिन 2004 में पार्टी की मान्यता रद्द कर दिया था। इसी वजह से चुनाव आयोग ने मशाल चुनाव चिन्ह उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी को दिया है।