नगर निकाय चुनाव में योगी सरकार के मंत्रियों की साख दांव पर है। मंत्रियों पर न सिर्फ अपने गृह जिले के निकायों में पार्टी का परचम फहराने का जिम्मा है, बल्कि प्रभार वाले निकायों में भी जीत दिलाकर अपने राजनीतिक कौशल को साबित करना होगा।
पार्टी ने सभी 17 नगर निगमों, 200 नगर पालिका परिषदों सहित प्रमुख नगर पंचायतों में परचम फहराने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए पार्टी ने प्रभारी व सह प्रभारी बनाए हैं। मथुरा-वृंदावन, मेरठ, गाजियाबाद और मुरादाबाद नगर निगमों को छोड़कर शेष नगर निगमों में प्रदेश सरकार के मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रमुख नगर पालिका परिषदों की जिम्मेदारी भी ज्यादातर मंत्रियों को सौंपी गई है।
पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी नगर निगम की जिम्मेदारी उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को सौंपी गई है। केशव न अनुभवी नेता हैं, बल्कि पिछड़े वर्ग में उनकी मजबूत पकड़ है। इसी तरह उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को आगरा नगर निगम का जिम्मा सौंपा गया है। उनके साथ प्रदेश महामंत्री अश्विनी त्यागी को सह प्रभारी नियुक्त किया है।
आगरा नगर निगम चुनाव के महत्व का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अश्विनी त्यागी यूं तो पूरे ब्रज क्षेत्र के प्रभारी हैं, लेकिन निकाय चुनाव में पार्टी ने उन्हें सिर्फ आगरा नगर निगम में सह प्रभारी बनाया गया है। आगरा से मंत्री बेबीरानी मौर्य, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय की भी प्रतिष्ठा जुड़ी है।
मेरठ और अलीगढ़ में लगानी होगी ताकत
निकाय चुनाव 2017 में भाजपा ने 16 में से 14 नगर निगम में जीत दर्ज की थी। मेरठ और अलीगढ़ में बसपा ने परचम फहराया था। मेरठ में भाजपा ने प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह को प्रभारी बनाया है, उनके साथ राज्यमंत्री केपी मालिक को सह प्रभारी बनाया है। अलीगढ़ में भाजपा ने पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को प्रभारी बनाया है। वहीं मथुरा की मांठ सीट से विधायक राजेश चौधरी को सह प्रभारी बनाया है। इन दोनों सीटों पर पार्टी को पूरा जोर लगाना होगा।
शाहजहांपुर से जुड़ी मंत्रियों की साख
शाहजहांपुर नगर निगम में पहली बार महापौर का चुनाव होगा। शाहजहांपुर से संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, पीडबल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद और सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर की भी प्रतिष्ठा जुड़ी है। पार्टी ने शाहजहांपुर में कौशल विकास राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिलदेव अग्रवाल को प्रभारी बनाया है।
अवध में चार मंत्रियों को जिम्मा
पदाधिकारियों के भी कौशल की परीक्षा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने प्रदेश महामंत्री, प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश मंत्रियों को भी प्रभारी और सह प्रभारी बनाया है। अवध, काशी, गोरखपुर, ब्रज, पश्चिम और कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, क्षेत्रीय मंत्री और महामंत्री भी निकाय चुनाव में प्रभारी बनाए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि निकाय चुनाव में इन पदाधिकारियों के राजनीतिक कौशल की भी परीक्षा होगी। टिकट वितरण के बाद बगावत रोकने, नाराज दावेदारों और कार्यकर्ताओं को मनाने के साथ पार्टी को चुनाव जिताने के आधार पर 2023 में बनने वाली प्रदेश व क्षेत्रों की नई टीम में इनकी जगह तय होगी।
आज तय होगी चुनाव की रणनीति
निकाय चुनाव के लिए भाजपा की रणनीति शनिवार को होने वाली चुनाव प्रभारी, सह प्रभारी और चुनाव संयोजकों की बैठक में तय होगी। प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह चुनाव में प्रत्याशी चयन, चुनाव प्रबंधन, बूथ प्रबंधन, चुनावी रैली, सभाओं और चुनावी मुद्दों को मंथन करेंगे।
सुबह 10.30 बजे से कानपुर-बुंदेलखंड और अवध क्षेत्र, दोपहर 1.30 बजे पश्चिम और ब्रज क्षेत्र तथा दोपहर 3 बजे से काशी और गोरखपुर क्षेत्र के नगर पालिका परिषद चुनाव के प्रभारी, सह प्रभारी और संयोजकों की बैठक होगी। शाम 5 बजे 17 नगर निगमों के प्रभारी, सह प्रभारी और चुनाव संयोजकों की बैठक होगी। बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक भी शामिल होंगे।