देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल को एक बार फिर झुनझुना दे गए। हिमाचल की जनता व उनकी पार्टी को उम्मीद थी कि चुनावी वर्ष में कोई विशेष पैकेज दिया जाएगा ताकि हिमाचल का कर्ज कम हो सके लेकिन वर्च्युअल संबोधन में मोदी सिर्फ हिमाचल के उत्पादों की तारीफ करने के बजाए कुछ नहीं दे पाए।
यह बात प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता राजीव किमटा ने शनिवार को कुल्लू में कही। उन्होंने कहा कि मंडी की युवा रैली को संकल्प रैली नाम देने के बजाए युवा वेरोजगारी रैली देना चाहिए था। क्योंकि भाजपा सरकार में वेरोजगार युवाओं की फौज खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में विभिन्न विभागों में 70 हजार पद रिक्त पड़े हैं।
उन्होंने कहा कि जब पांच साल पहले मोदी आए थे तो उन्होंने कहा था कि चप्पल पहनने वाला भी हवाई सैर कर पाएगा। न तो वो जहाज आया और न ही यहां के लोग सस्ती हवाई सेवा का फायदा उठा पाए। यही नहीं किसानों की आय दुगनी करने को कहा था आय दुगनी तो दूर की बात किसानों को हर जीच मंहगी कर दी है और किसानों की आय में रिकार्ड तोड़ गिरावट आई है।
उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने भाषण में कहा कि चंडीगढ़-मनाली हाइवे उनकी देन है। शायद वे भूल गए कि यह प्रोजेक्ट कांग्रेस सरकार के समय में कमल नाथन ने शुरू किया था। उन्होंने कहा कि मोदी की रैली से युवाओं को रोजगार की उम्मीद थी और उनकी सरकार को कोई बड़ा पैकेज देने की लेकिन वे झुनझुना थमा गए।