अमेरिका ने अफगानिस्तान से प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा छीन लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की इस कार्रवाई के बाद अमेरिका से अफगानिस्तान को विशेष मदद के रास्ते बंद हो जाएंगे।
अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी और तालिबान द्वारा सत्ता संभालने के बाद अमेरिका लगातार अफगानिस्तान से दूरी बढ़ाता जा रहा है। अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अफगानिस्तान को मिला अमेरिका के प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा छीन लिया है।
अमेरिका ने 1987 में प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा शुरू किया था। इसके तहत उसने अबतक अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, ब्राजील, कोलंबिया, मिस्र, इजराइल, जापान, जॉर्डन, कुवैत, मोरक्को, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, फिलीपींस, कतर, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड और ट्यूनीशिया और अफगानिस्तान को यह दर्जा दिया था। अब अफगानिस्तान से यह दर्जा वापस लिए जाने के बाद 18 देश अमेरिका के प्रमुख गैर नाटो सहयोगी रहेंगे।
अमेरिका ने 2012 में अफगानिस्तान को प्रमुख गैर नाटो सहयोगी के रूप में नामित किया था। अमेरिका द्वारा प्रमुख गैर नाटो सहयोगी का दर्जा मिलने के बाद अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच रक्षा और आर्थिक सहयोग का रास्ता साफ हो गया था। एक प्रमुख गैर नाटो सहयोगी के रूप में अमेरिका अफगानिस्तान को विशेष तौर पर रक्षा क्षेत्र में कई तरह की सुविधाएं व छूट मुहैया कराता था। अब वे सभी रास्ते बंद हो जाएंगे।