डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने प्रदेश के इंजीनियरिंग व आर्किटेक्चर संस्थानों में दाखिले के लिए कराई जाने वाली उत्तर प्रदेश तकनीकी प्रवेश काउंसिलिंग (यूपीटेक) का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया। दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन की तिथि 25 सितंबर से बढ़ाकर 30 सितंबर तक कर दी गई।
प्रवेश काउंसिलिंग चार चरणों में होगी। पहले चरण में रजिस्ट्रेशन, रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा और डाक्यूमेंट अपलोड करने की प्रक्रिया 30 सितंबर तक चलेगी। इनका डाक्यूमेंट सत्यापन 05 अक्तूबर तक होगा। ऑनलाइन च्वॉइस फिलिंग 11 से 13 अक्तूबर तक और सीट अलॉटमेंट 14 अक्तूबर को जारी होगा। ऑनलाइन विलिंगनेस व सीट कंफर्मेशन शुल्क 15 से 17 अक्तूबर तक जमा होंगे।
दूसरे चरण में ऑनलाइन च्वॉइस फिलिंग 18 से 20 अक्तूबर तक होगी। ऑनलाइन विलिंगनेस व सीट कंफर्मेशन शुल्क 22 से 25 अक्तूबर तक जमा की सकेगी। इस दौरान सीट विड्रा भी की जा सकेगी। तीसरे चरण में ऑनलाइन च्वॉइस लॉक 26 से 30 अक्तूबर तक होगा। सीट अलॉटमेंट 31 अक्तूबर को व सीट कंफर्मेशन शुल्क 01 व 02 नवंबर को जमा किया जा सकेगा। तीसरे चरण तक सीट फ्रीज करने वालों को 01 से 04 नवंबर तक कॉलेज में रिपोर्ट करनी होगी। ऐसा नहीं करने पर सीट कैंसिल कर दी जाएगी।
प्रवेश समन्वयक प्रो. अरुण तिवारी ने बताया कि चौथे चरण का सीट अलॉटमेंट 05 नवंबर को होगा और सीट ऑटो फ्रीज हो जाएंगी। इनका सीट कंफर्मेशन शुल्क 06 व 07 नवंबर को जमा किया जा सकेगा। इसके अभ्यर्थी 07 से 09 नवंबर के बीच कॉलेज में रिपोर्ट करेंगे। इसके बाद भी सरकारी संबद्ध संस्थानों में अगर सीटें खाली रहती हैं तो काउंसिलिंग का स्पेशल राउंड होगा। यह प्रक्रिया 13 नवंबर से शुरू होगी। प्रवेश काउंसिलिंग 23 नवंबर तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस बार सिर्फ एक बार रजिस्ट्रेशन
एकेटीयू आरक्षण व्यवस्था के अनुपालन के लिए इस बार सिर्फ एक बार रजिस्ट्रेशन कराने का अवसर दे रहा है। प्रवेश समन्वयक प्रो. अरुण तिवारी ने बताया कि इसके मद्देनजर रजिस्ट्रेशन कराने की तिथि 30 सितंबर तक बढ़ाई गई है। इसके बाद भी सरकारी संस्थानों में सीटें खाली रहती हैं तो स्पेशल राउंड में अभ्यर्थी को दोबारा रजिस्ट्रेशन कराने का अवसर मिलेगा।
मैंनेजमेंट कोटे की सीटें सरेंडर कर सकते हैं कॉलेज
एकेटीयू ने कॉलेजों से कहा कि सीट मैट्रिक्स तैयार की जा रही है। अगर कॉलेज सभी पाठ्यक्रम की मैनेजमेंट कोटे की सीटों को काउंसिलिंग के लिए सरेंडर करना चाहते हैं तो 24 सितंबर तक इसकी सूचना विवि को ईमेल से भेज दें। उप कुलसचिव डॉ. आरके सिंह ने कहा है कि अगर इस तिथि तक सूचना नहीं दी जाती तो यह माना जाएगा कि कॉलेज सीटें सरेंडर करने के इच्छुक नहीं हैं।