बॉलीवुड के खूंखार खलनायकों में से एक अभिनेता प्रेम चोपड़ा आज भी अपने विलेन वाले किरदार के लिए पहचाने जाते हैं। 23 सितंबर 1935 को लाहौर में जन्मे प्रेम ने हिंदी सिनेमा में खलनायकों के किरदार को एक अलग ही मुकाम पर पहुंचाया। हीरो बनकर तो हर कोई लोगों के दिलों में राज करता है, लेकिन एक विलेन होकर भी लोकप्रिय अपने आप में बड़ी बात है। लेकिन बहुत कम लोग ही जानते होंगे कि विलेन के रूप में मशहूर हुए प्रेम चोपड़ा इंडस्ट्री में हीरो बनने की चाहत रखते थे। लेकिन एक फैसले ने ना सिर्फ उन्हें विलेन बना दिया ,बल्कि बॉलीवुड में एक अलग पहचान भी दिलाई।
प्रेम चोपड़ा के फिल्मों में विलेन बनने के पीछे एक दिलचस्प किस्सा है। दरअसल, बात उन दिनों की है जब अभिनेता इंडस्ट्री में अपना मुकाम बनाने के लिए काफी संघर्ष कर रहे थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात मशहूर और दिग्गज फिल्मकार महबूब खान से हुई। महबूब खान ने प्रेम चोपड़ा को देखते ही उनसे वादा किया वह उन्हें फिल्मों में उन्हें मुख्य भूमिका रोल देंगे, लेकिन प्रेम को इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। इसी बीच अभिनेता को फिल्म वो कौन थी में विलेन का रोल ऑफर हुआ, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
साल 1964 में आई यह फिल्म उस दौर की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक रही। इतना ही नहीं फिल्म में पहली बार बतौर विलेन नजर आए प्रेम को लोगों ने भी काफी पसंद किया। इसी बीच प्रेम एक बार फिर महबूब खान से मिले। अभिनेता से मिलते ही उन्होंने प्रेम को डांटते हुए कहा कि उन्होंने सब कुछ खराब कर दिया है। उन्होंने बाद में यह भी कहा कि फिल्म वो कौन थी में उन्होंने अपना विलेन का किरदार इतना बखूबी निभाया कि अब उन्हें इसी दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। बस फिर क्या था इसके बाद प्रेम चोपड़ा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और 400 से ज्यादा फिल्मों में अपने अभिनय से लोगों के बीच अपनी पहचान बना ली। लेकिन अपनी खलनायक वाली छवि का खामियाजा प्रेम चोपड़ा को असल जिंदगी में भुगतना पड़ा।
दरअसल, अपनी बेटी से जुड़े इस दिलचस्प किस्से को खुद प्रेम चोपड़ा ने एक इंटरव्यू में बताया था। उन्होंने बताया कि एक फिल्म के प्रीमियर के दौरान वह अपनी बेटी को साथ लेकर गए थे। इस दौरान पूरी फिल्म देखने के बाद सिर्फ उन्हें घूरती रही। इतना ही नहीं वह उनके विलेन वाले रूप को देख इतना धबरा गई थी कि उनसे बात तक नहीं कर पा रही थी। हालांकि, बाद में उन्होंने अपनी बेटी को समझाया कि वह फिल्मों में जो करते हैं, वह केवल उनका काम है। प्रेम चोपड़ा ने शहीद, उपकार, पूरब और पश्चिम, दो रास्ते, कटी पतंग, दो अनजाने, जादू टोना, काला सोना, दोस्ताना, क्रांति, फूल बने अंगारे जैसी फिल्मों में काम किया है, जिनके लिए वो हमेशा याद किए जाएंगे।