मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि दो अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्म दिवस एवं विश्व अहिंसा दिवस को संपूर्ण प्रदेश में सर्वधर्म प्रार्थना सभा के रूप में मनाया जाए और यह दिन सामाजिक समरसता और एकता का प्रतीक बने। गांधी जयंती मनाने का हमारा उद्देश्य छात्र- छात्राओं, युवाओं में धर्मनिरपेक्ष भावनाओं को विकसित करना है। आज की पीढ़ी को धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक समरसता का पाठ सिखाना हमारा दायित्व है और यही गांधी जयंती मनाने का उद्देश्य भी है।
मुख्य सचिव गुरुवार को शासन सचिवालय में गांधी जयंती की तैयारियों के संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रही थीं। उन्होंने कहा कि इस दिवस को मनाने का उद्देश्य तभी पूरा होगा जब हम आज की पीढ़ी को गांधीवादी विचारों से अवगत करा सकें। नई पीढ़ी को गांधी के प्रिय भजन कंठस्थ होने चाहिए, क्योंकि कहीं ना कहीं ये हमारी विचार प्रक्रिया के साथ हमारे चेतन और अवचेतन मन को भी प्रभावित करते हैं तथा नई और सकारात्मक दिशा देते हैं।
इस अवसर पर मुख्य सचिव ने राज्य स्तरीय समारोह, जिला स्तरीय समारोह की रूपरेखा पर विस्तृत चर्चा की। बैठक में प्रमुख शासन सचिव कार्मिक विभाग हेमंत कुमार गेरा, शासन सचिव सामान्य प्रशासन विभाग जितेंद्र कुमार उपाध्याय, आयुक्त कॉलेज शिक्षा विभाग शुचि त्यागी, आयुक्त नगर निगम जयपुर ग्रेटर महेंद्र सोनी, निदेशक सूचना एवं जनसंपर्क विभाग पुरूषोत्तम शर्मा, संयुक्त सचिव कला एवं संस्कृति विभाग पंकज ओझा उपस्थित थे। निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग गौरव अग्रवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में भाग लिया।