वाराणसी में गंगा में बढ़ाव के कारण तटवासियों में फिर से डर का माहौल है। 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 146 सेमी की बढ़ोतरी हुई है। तटवासी फिर से गृहस्थी को समेटने लगे हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रात आठ बजे गंगा का जलस्तर 65.68 मीटर दर्ज किया गया और जलस्तर में दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ाव जारी रहा।
शनिवार देर रात से शुरू हुआ गंगा में बढ़ाव सोमवार को भी जारी रहा। नाविकों, पंडों और फूलमाला बेचकर परिवार चलाने वालों की परेशानी फिर से बढ़ गई है। जल पुलिस ने भी नाविकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। गंगा घाटों की अभी पूरी तरह से साफ-सफाई नहीं हो पाई थी, इसी बीच गंगा एक बार फिर बढ़ने लगी। प्रयागराज में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव जारी है।
केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार सुबह आठ बजे गंगा के जलस्तर में पांच सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ाव हो रहा था। दोपहर बाद जलस्तर के बढ़ाव में एक सेंटीमीटर की गिरावट हुई और जलस्तर चार सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ने लगा। शाम छह बजे से रफ्तार दो सेंटीमीटर प्रतिघंटा की हो गई। गंगा में बढ़ाव का कारण सहायक नदियों चंबल, यमुना और घाघरा में उफान को बताया जा रहा है। कुछ सप्ताह से पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण गंगोत्री और यमुना सहित अन्य सहायक नदियों में दोबारा जलस्तर बढ़ा है। काशी विश्वनाथ धाम की सीढ़ियों पर एक बार फिर से पानी चढ़ने लगा है। वहीं मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह में परेशानी होने के कारण शवयात्रियों को इंतजार करना पड़ रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार जलस्तर में अभी वृद्धि के संकेत हैं।
गंगा और वरुणा के किनारे रहने वाले बाढ़ पीड़ित अभी पूरी तरह से अपने घरों के अंदर से मिट्टी और मलबा तक साफ नहीं कर पाए थे कि फिर से पानी तटवर्ती इलाकों की ओर बढ़ चला है। सोमवार की शाम को पंचगंगा घाट से लगायत खिड़किया घाट (नमो घाट) तक बाढ़ का पानी देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई थी।
पिंडदान करने आए श्रद्धालुओं को होना पड़ा परेशान
पितृ पक्ष पर अपने पूर्वजों का श्राद्ध व पिंडदान करने आए श्रद्धालुओं को सोमवार को खासा परेशान होना पड़ा। लगातार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर के कारण सभी घाटों का आपसी संपर्क मार्ग टूटने से पुरोहितों ने किसी तरह से पिंडदान व तर्पण किया।
गंगा के बढ़ते जलस्तर के कारण वरुणा भी उफान पर आ गई है। पानी उतरने के बाद वरुणा नदी का पानी अपने तलहटी में वापस लौट गया था। रविवार से बढ़े जलस्तर के कारण वरुणा भी फिर से हिलोरे मारने लगी है। वरुणा किनारे बसे खालिसपुर और सलारपुर गांव में रहने वालों ने बताया कि सोमवार रात आठ बजे तक वरुणा का पानी दोबारा अपने तलहटी से ऊपर उठ गया था। इससे लोगों को दोबारा बाढ़ का खौफ सताने लगा है। वहीं बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गंगा और वरुणा में जिला प्रशासन के द्वारा दोबारा एनडीआरएफ और जल पुलिस के जवानों की गश्त बढ़ा दी गई है।