हवाओं की दिशाओं में होगा परिवर्तन, बन रहा निम्न दबाव का क्षेत्र
हवाओं की दिशाओं में हुए परिवर्तन से कानपुर परिक्षेत्र में बादलों की आवाजाही तो बनी है, लेकिन बारिश गायब हो गई। इससे तामपान में बढ़ोत्तरी हुई और उसम भरी गर्मी बढ़ गई। मौसम विभाग का कहना है कि हवाओं की दिशाएं बदलने वाली हैं और इससे एक बार फिर मानसून की वापसी की संभावना बढ़ गई हैं। निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से बारिश होगी और तापमान भी गिरेगा।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि बीते तीन दिनों से हवाओं की दिशाएं उत्तरी पश्चिमी बनी हुई हैं। इससे मानसून की सक्रियता कमजोर हुई हैं और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाएं भी रुक गई हैं। हवाओं की दिशाएं परिवर्तन होने वाली है और इससे एक बार फिर मानसून की वापसी की संभावना बढ़ गई है। आगामी तीन दिनों में मानसून सक्रिय होगा और बारिश करेगा। यानी इस हफ्ते की शुरुआत उत्तर प्रदेश के कई इलाकों समेत देश के कई इलाकों में बारिश की फुहारें होगी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक इस हफ्ते दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी होगी जिसकी वजह से सोमवार से ही उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक देश के आठ राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, दिल्ली, पंजाब, त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर में 17 सितंबर तक औसत से कम बारिश की गई है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले पांच दिन पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हो सकती है और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। यही नहीं, कई जगहों पर ओले भी गिर सकते हैं।