मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सरकार की अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है। इसका सख्ती से पालन कराया जाए। खासकर महिला अपराध के मामलों में ऐसी कार्रवाई की जाए जो नजीर बने। मुख्यमंत्री रविवार को फील्ड में तैनात अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा कर रहे थे।
बीते दिनों लखीमपुर के निघासन में दो दलित बहनों की दुष्कर्म के बाद हत्या समेत कई अन्य जिलों में हाल के दिनों की वारदातों को लेकर मुख्यमंत्री नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के प्रति पुलिस निरंतर संवेदनशील रहे। कानून-व्यवस्था की स्थिति को निरंतर बेहतर बनाए रखने के लिए पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग करे। वरिष्ठ अधिकारी खुद इसमें हिस्सा लें। यूपी 112 की पीआरवी लगातार सक्रिय रहे और भ्रमणशील रहे ताकि किसी घटना की सूचना मिलने पर कम से कम समय में पुलिस मौके पर पहुंच सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी-छोटी घटनाओं को गंभीरता से लिया जाए और उनके प्रति सतर्क दृष्टि बनाकर रखी जाए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं पर त्वरित एक्शन लिया जाए ताकि घटना बड़ी न बनने पाए। मुख्यमंत्री ने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का जिक्र करते हुए कहा कि ड्रग माफिया और अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर सख्ती से निपटें
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग सोशल मीडिया के जरिए अराजकता फैलाते हैं उन्हें चिह्नित किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने एंटी रोमियो स्क्वायड को पूरी तरह से सक्रिय करने के निर्देश दिए। कहा कि आगामी त्योहारों को देखते हुए खासकर भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर शोहदों पर नजर रखी जाए और शरारत करने वालों से कड़ाई से पेश आया जाए।
उन्होंने त्योहारों के मद्देनजर अधिकारियों को संवेदनशील और सतर्क रहने के निर्देश दिए। कहा कि त्योहारों पर साफ-सफाई के साथ- साथ सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए जाएं। अराजक तत्वों पर नजर रखते हुए उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की दिए। जनसमस्याओं का समाधान संवेदनशीलता और प्रभावी कार्रवाई के साथ किया जाए।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री आवास से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी देवेंद्र सिंह चौहान, एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार, एडीजी अपराध एमके बशाल, आईजी कानून व्यवस्था संजीव गुप्ता और सचिव गृह तरुण गाबा मौजूद थे।