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बिहार के बरौनी खाद कारखाना से अगले माह शुरू होगा उत्पादन, केन्द्रीय मंत्री ने की समीक्षा

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समीक्षा करते मंत्री

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर बिहार को बड़ा तोहफा देने जा रही है। नरेन्द्र मोदी के दृढ़ निश्चय से बिहार के बेगूसराय में बनकर तैयार हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) से बहुत जल्द यूरिया खाद का उत्पादन शुरू हो जाएगा।

खाद कारखाना का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है तथा कमिश्निंग का कार्य काफी तेजी से चल रहा है। कमिश्निंग का कार्य पूरा होते ही अक्टूबर से ”अपना यूरिया” ब्रांड से नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन शुरू हो जाएगा। बिहार के एक दिवसीय भ्रमण पर आए भारत सरकार के रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने बरौनी में नवनिर्मित खाद कारखाना का निरीक्षण करने के बाद कार्यों के प्रगति की समीक्षा की।

इस दौरान उन्होंने कमिश्निंग कार्य को त्वरित गति से पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि एचयूआरएल (हर्ल) बरौनी संयंत्र में शीर्ष प्रबंधन और ठेकेदारों के साथ प्रगति की समीक्षा की है। एक परियोजना का समकालिक कार्य, सक्रिय रूप से पूरा करना और वैज्ञानिक प्रबंधन, कमीशनिंग में तेजी ला सकता है और उत्पादकता बढ़ा सकता है।

समीक्षा बैठक में राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा, हर्ल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अशोक बंसल एवं सीजीएम पीके बोरदोलोई सहित प्रबंधन एवं कार्यकारी एजेंसी के तमाम वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। यहां तैयार होने वाला नीम कोटेड ”अपना यूरिया” औद्योगिक क्रांति का वाहक बनने के साथ किसानों के लिए वरदान साबित होगा। यह हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) ना केवल बिहार की यूरिया जरूरत को पूरा करेगा, बल्कि पूरे पूर्वोत्तर भारत के लिए वरदान साबित होगा।

करीब 8387 करोड़ की लागत से बन रहे नेचुरल गैस आधारित इस कारखाना से प्रत्येक दिन 3850 मेट्रिक टन ”अपना यूरिया” ब्रांड का नीम कोटेड यूरिया (प्रत्येक वर्ष 12.70 लाख एमटी) तथा 22 सौ टन अमोनिया का उत्पादन होगा। आईओसीएल (29.67 प्रतिशत), एनटीपीसी (29.67 प्रतिशत), सीआईएल (29.67 प्रतिशत), एफआईसीएल (7.33 प्रतिशत) एवं एचएफसीएल (3.66 प्रतिशत) के ज्वाइंट वेंचर हर्ल से खाद उत्पादन में भूगर्भीय जल का प्रयोग नहीं किया जाएगा।

इसके लिए गंगा नदी में टैंक बनाकर पाइप से कनेक्ट कर दिया गया है। प्रधानमंत्री ऊर्जा गंगा योजना से बिहार, यूपी, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उड़ीसा को गैस पाइप लाइन से एकीकृत करने के परियोजना के तहत बरौनी खाद कारखाना को भी पीएनजी की आपूर्ति करने के लिए पाइप लाइन से जोड़ा जा चुका है।

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