करण जौहर का चैट शो ‘कॉफी विद करण 7’ दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय है। शो में हर हफ्ते नए सितारे हिस्सा लेते हैं और अपनी जिंदगी को लेकर बात करते हैं। इस दौरान वह कई खुलासे भी करते हैं, जो चर्चा का विषय बन जाते हैं। शो का लेटेस्ट एपिसोड भी आ गया, जिसमें अनिल कपूर और वरुण धवन नजर आए थे। दोनों ने शो में काफी मस्ती की और कई राज से पर्दा भी उठाया। इसी दौरान अनिल कपूर ने बताया कि एक समय ऐसा था, जब वह जैकी श्रॉफ से इनसिक्योर महसूस करते थे।

करण जौहर शो में अपने हर गेस्ट से नेपोटिज्म को लेकर सवाल पूछते नजर आते हैं। करण ने जब अनिल कपूर से नेपोटिज्म को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वह इसे गंभीरता से नहीं लेते और केवल अपने काम पर ध्यान देते हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने ये बात मानी कि अपने करियर के शुरुआती दिनों वह जैकी श्रॉफ से इनसिक्योर हो गए थे क्योंकि जैकी एक आउटसाइटर थे और उन्हें सुभाष घई ने ‘हीरो’ से उन्हें लॉन्च किया था। ऐसे में वह पहली ही फिल्म से ए लिस्टेड एक्टर्स की लिस्ट में आ गए थे।

इसके आगे अनिल कपूर ने कहा कि मैं उस समय साउथ इंडियन फिल्म कर रहा था। ऐसे में मुझे वह कुछ खास अच्छा नहीं लग रहा था। उन्होंने कहा जिस दिन मैंने यश चोपड़ा की फिल्म साइन की, मुझे लगा ‘ओह अब मैं ठीक हूं’। इस पर करण ने पूछा, ‘क्या आप उस समय जैकी की सफलता के बारे में असुरक्षित महसूस करते थे?’ अनिल ने जवाब दिया, ‘हां, वह अपने करियर में बहुत सफल हो गए थे।’ इसके बाद ने बताया कि जैसी काफी स्वीट थे। जब भी कोई उनसे ऑटोग्राफ लेने आता, तो वह उस डायरी को मुझे थमा देते और कहते ये तुम्हारे लिए है। पहले वह मुझसे ऑटोग्राफ दिलवाते और फिर खुद देते। लेकिन मैं ये बात जानता था कि वे लोग जैकी के लिए आते थे, मेरे लिए नहीं।

बता दें कि अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ ने एक साथ कई फिल्मों में काम किया है। वह ‘अंदर बहार’, ‘युद्ध’, ‘कर्मा’, ‘काला बाजार’, ‘कभी ना कभी’, ‘राम लखन’, ‘परिंदा’, ‘1942: ए लव स्टोरी’, ‘त्रिमूर्ति’, और ‘लज्जा’ जैसी कई फिल्मों में एक साथ नजर आए हैं। दोनों असल जिंदगी में काफी अच्छे दोस्त हैं।
