14 सितंबर, 2022 की तारीख को हमारा देश हिंदी दिवस के रूप में मनाता है। 1946 को 14 सितंबर के दिन संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था। फिर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने 14 सितंबर के दिन को हिंदी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया। हिंदी प्रमुख रूप से भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा तो है ही लेकिन मॉरीशस, फिजी, सूरीनाम, गुयाना, त्रिनिदाद और टोबैगो और नेपाल जैसे देशों में भी हिंदी का काफी प्रचलन है। अनेक मौके पर दुनिया के कई बड़े नेताओं ने भी अपने मंच और विभिन्न माध्यमों से हिंदी का काफी प्रयोग किया है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ नेताओं के बारे में….
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
साल 2016 में राष्ट्रपति चुनाव का प्रचार कर रहे डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के स्लोगन- अबकी बार मोदी सरकार से मिलता जुलता ‘अबकी बार ट्रंप सरकार’ स्लोगन दिया था। इसके अलावा साल 2020 में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत की यात्रा की थी। इस दौरान 24 फरवरी को डोनाल्ड ट्रंप ने गुजरात में एक विशाल सभा ‘नमस्ते ट्रंप’ को संबोधित किया था। यहां भी ट्रंप कई हिंदी शब्दों का इस्तेमाल किया था। हाल ही में एक वायरल वीडियो में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति “भारत और अमेरिका सबसे अच्छे दोस्त। कहते दिखाई दे रहे हैं।
ब्रिटेन के पूर्व पीएम डेविड कैमरन
साल 2015 में पीएम मोदी ने ब्रिटेन की यात्रा की थी और लंदन के वेम्बली स्टेडियम में सभा को संबोधित किया था। इस दौरान तत्कालीन ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन ने पीएम मोदी का परिचय हिंदी में कराया था। उन्होंने भाषण की शुरुआत नमस्ते वेम्बली से की थी और कहा था कि अच्छे दिन आने वाले हैं और अच्छे दिन जरूर आएंगे। इसके अलावा अपने चुनाव प्रचार में भी वह- फिर एक बार कैमरन सरकार का नारा देते नजर आए थे।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व पीएम स्कॉट मॉरीसन
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व पीएम स्कॉट मॉरीसन को भारत से काफी लगाव है। अनेक मौके पर मॉरीसन हिंदी बोलते दिखाई देते हैं। वह सोशल मीडिया के माध्यम से भी कई बार हिंदी में संदेश देते हैं। होली के त्योहार में भी उन्होंने हिंदी में- होली की शुभकामनाएं बोलकर लोगों को बधाई संदेश दिया था। इसके अलावा भी पीएम मोदी के साथ वह कई बार हिंदी का प्रयोग करते देखे गए हैं।
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद
साल 2020 में मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कोरोना महामारी के दौरान भारत की ओर से की गई मदद के धन्यवाद दिया था। उन्होंने अपना यह भाषण हिंदी में दिया था। उन्होंने भारत को एक महान मित्र देश बताया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना के कारण पूरी दुनिया को बंद करना पड़ा है लेकिन भारत ने साबित कर दिया है कि #Covid19 उन्हें मालदीव के लोगों के लिए अपना दिल बंद करने के लिए मजबूर नहीं करेगा।
इस्राइल के पूर्व पीएम बेंजामिन नेतन्याहू
भारत और इस्राइल वर्तमान में दुनिया के सबसे बेहतर मित्र देशों में से एक हैं। इस्राइल के पूर्व पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को भी भारत से खास लगाव है। पीएम मोदी जब 2015 में अपने ऐतिहासिक दौरे पर इस्राइल गए थे तो वहां के तत्कालीन पीएम नेतन्याहू ने पीएम मोदी का स्वागत हिंदी में किया था। उन्होंने कहा- स्वागत है मेरे दोस्त। इसके अलावा भी नेतन्याहू कई मौके पर हिंदी में ट्वीट करते नजर आते रहते हैं।
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद
साल 2020 में मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कोरोना महामारी के दौरान भारत की ओर से की गई मदद के धन्यवाद दिया था। उन्होंने अपना यह भाषण हिंदी में दिया था। उन्होंने भारत को एक महान मित्र देश बताया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना के कारण पूरी दुनिया को बंद करना पड़ा है लेकिन भारत ने साबित कर दिया है कि #Covid19 उन्हें मालदीव के लोगों के लिए अपना दिल बंद करने के लिए मजबूर नहीं करेगा।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा
साल 2015 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत दौरे पर आए थे। इस यात्रा के दौरान उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत नमस्ते से की थी। उन्होंने लोगो से कहा- मेरा प्यार भरा नमस्कार। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में भाषण के दौरान- बहुत धन्यवाद और जय हिंद जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल किया था।
मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद
साल 2020 में मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने कोरोना महामारी के दौरान भारत की ओर से की गई मदद के धन्यवाद दिया था। उन्होंने अपना यह भाषण हिंदी में दिया था। उन्होंने भारत को एक महान मित्र देश बताया था। उन्होंने कहा था कि कोरोना के कारण पूरी दुनिया को बंद करना पड़ा है लेकिन भारत ने साबित कर दिया है कि #Covid19 उन्हें मालदीव के लोगों के लिए अपना दिल बंद करने के लिए मजबूर नहीं करेगा।