करिश्मा कपूर-करीना कपूर, कृति सेनन-नूपुर सेनन की कड़ी में एक नई कड़ी जुड़ने जा रही है शालिनी पांडे-पूजा पांडे की। शालिनी पांडे को तो आप जानते ही हैं, साल 2017 में प्रदर्शित तेलुगू फिल्म ‘अर्जुन रेड्डी’ में अर्जुन रेड्डी की प्रेमिका प्रीति का किरदार निभाकर शालिनी दुनिया भर में मशहूर हुईं। यशराज फिल्म्स की उन पर नजर पड़ी और वह फिल्म ‘जयेशभाई जोरदार’ में रणवीर सिंह की हीरोइन बन गईं। इन्हीं शालिनी पांडे की छोटी बहन पूजा पांडे भी अब बड़ी बहन के नक्शे कदम चलते हुए बड़े परदे पर कदम रखने जा रही हैं। ‘अमर उजाला’ से एक खास मुलाकात में पूजा पांडे ने देर तक दिलचस्प बातें कीं…
पहला ब्रेक नसीर के बेटे के साथ
शालिनी पांडे की छोटी बहन पूजा पांडे की फिल्म ‘सिया’ अगले हफ्ते रिलीज होने वाली है। रेप विक्टिम का किरदार निभा रही पूजा पांडे के साथ इस फिल्म में विनीत कुमार सिंह भी नजर आएंगे। पूजा पांडे कहती हैं, ‘इस फिल्म से पहले मैं संजय मिश्रा और विवान शाह के साथ फिल्म ‘कोट’ में काम कर चुकी हूं, लेकिन यह फिल्म अभी तक रिलीज नहीं हो पाई है। इस लिए ‘सिया’ को मैं अपनी डेब्यू फिल्म मानती हूं।’
मां के सानिध्य में सीखा क्लासिकल डांस
8 जुलाई 1996 को जबलपुर में जन्मी पूजा पांडे ने स्कूली पढ़ाई क्राइस्ट चर्च गर्ल्स हाई स्कूल से पूरी की। पूजा पांडे के पिता चंद्र भूषण पांडे गन गैरेज फैक्ट्री में ऑफिसर थे, जहां पर तोपें बनती हैं। अब वह सेवानिवृत्त हो गए हैं। पूजा की मां माया पांडे शादी से पहले संगीत की प्रोफेसर थीं। पूजा पांडे कहती है, ‘शादी के बाद मां ने नौकरी छोड़ दी और घर पर बच्चों को नृत्य और संगीत सिखाती थी। मां के सानिध्य में मैंने भी क्लासिकल डांस सीखा।’
बचपन में खूब खेला करीना और करिश्मा
बचपन में दोनों बहनों को हीरोइन बनने की धुन सवार थी। पूजा पांडे कहती हैं, ‘हम दोनों बहने आईने के सामने एक्टिंग करते रहते थे। मेरी बड़ी बहन करीना कपूर बनती थी और मैं करिश्मा कपूर बनकर एक्टिंग करती थी। शालिनी मुझसे बड़ी है लेकिन वह जिद करके करीना कपूर ही बनती थी। कहीं न कहीं उसका नेचर भी करीना कपूर जैसा ही है। बचपन से ही हम दोनों को हीरोइन ही बनना था।’
बड़ी बहन के बाद किया थियेटर
पूजा पांडे ने जबलपुर में तीन साल तक थियेटर किया। वह कहती है, ‘मेरे पापा के अरुण पांडे रंग भरन थियेटर ग्रुप चलाते थे। पहले मेरी बहन ने उनका थियेटर ग्रुप ज्वाइन किया फिर उसकी देखा देखी मैंने भी थियेटर ज्वाइन कर लिया। एक्टिंग में आने के लिए पापा ने बहुत सपोर्ट किया हालांकि पहले वह चाहते थे कि दीदी इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाए। हमारा मन फिल्मों में आने का था और इस मामले में मेरे पापा ने हम दोनों बहनों का बहुत सपोर्ट किया।’
छह साल के बाद मिला सही मौका
पूजा पांडे साल 2016 के आखिर में मुंबई आई और अच्छा काम मिलने में उन्हें छह साल का समय लगा। वह कहती है, ‘मैने बहुत सारे रिजेक्शन झेले हैं। तीन साल तक मैं चक्कर लगाती रही। यहां तमाम प्रोडक्शन हाउस तो सिर्फ नाम के हैं। 2016 में ही मुझे सोनी टीवी के शो ‘मन में है विश्वास’ के एक एपिसोड में काम करने को मिला था। उसके दो साल के बाद कोई काम नहीं मिला । फिर मैंने विनय राव और राधिका राव के साथ एक विज्ञापन फिल्म की। उसके बाद मुझे फिल्म ‘कोट’ मिली वह अभी रिलीज नहीं हुई है।’