– कृषि मंत्री ने कहा, आंवला को वन उपज से निकाल कर कृषि उपज में किया जाएगा
जल्द ही आंवला को वन उपज से निकालकर कृषि उपज में कर देंगे। इसके साथ ही दलहन की फसल के बीज भी निशुल्क किसानों को दिये जाने की व्यवस्था की जाएगी। सब्जियों की मिनी कीट भी दिये जाएंगे। ये बातें प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कही। वे लोक भवन में अपने विभागीय कार्यों के बारे में बता रहे थे।
उन्होंने कहा किजून व जुलाई माह में गोष्ठी हुई थी। उसमें किसानों की कठिनाइयों के संदर्भ में चर्चा की गयी थी, उनके 125 सुझावों के ऊपर चर्चा की गयी। उसमें विशेष रुप से ऊर्जा, कृषि आदि पर विचार किये। उनके कठिनाइयों को दूर करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किये गये है।
उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के ऊपर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जैविक खेती पर भी कार्यशाला आयोजित हो रही हैं। कानपुर में ड्रोन का भी उपयोग किया जाएगा। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 12वीं किश्त सितम्बर में अपेक्षित है। पिछले तीन माह में कटगराइज किया गया है। 21 लाख किसानों को छटनी में अपात्र पाए गये हैं। दो करोड़ 65 लाख वास्तविक किसान हैं। कैटागराइज करने का काम 65 प्रतिशत कर लिया गया है। भूलेख भी सत्यापित किया जा रहा है। पहले की सूची में मृतक किसानों की सख्या 4.70 लाख है।
भारत सरकार ने कहा है कि जिनका भूलेख उपलब्ध हो जाएगा। उनको ही किश्त मिल सकेगी। 11 लाख डाटा अभी अंकित नहीं हो पाये हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को पोर्टल पर अपने भूलेख अंकित करा देना चाहिए। उप्र में योगी सरकार आने के बाद 89 कृषि विज्ञान केन्द्रों को दो सौ करोड़ रुपये आवंटित किये, जिससे वैज्ञानिक तरीकों को विकसित किया जाय। उप्र का एक विज्ञान केन्द्र बस्ती भारत सरकार का तीसरे स्थान का एवार्ड मिला है।