जनपद में प्रत्येक रविवार को स्वास्थ्य केंद्रों पर सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक लगने वाला मुख्यमंत्री स्वास्थ्य आरोग्य मेला विभागीय उदासीनता के कारण अपने मकसद से भटक रहा है। हालत ये है कि कई जगह पर स्वास्थ्यकर्मी समय से पहले ही मेला बंद कर चले जा रहे हैं। ऐसा ही मामला रविवार को मेदिनीपुर स्थित न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सामने आया।
मुख्यमंत्री स्वास्थ्य आरोग्य मेला कहीं फार्मासिस्ट तो कहीं वार्ड ब्वाय के भरोसे संचालित कराया जा रहा है। इतना ही नहीं समय से रविवार को समय से पहले करीब 2:20 पर ही क्षेत्र के मेदिनीपुर स्थित न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के फार्मासिस्ट संतोष स्वास्थ्य केंद्र बंद कर चले गये। विभाग की माने तो यहां 70 मरीज को देखा गया।
इधर ग्रामीणों का आरोप है कि स्वास्थ्य मेला, विभागीय उदासीनता के चलते महज रस्म अदायगी बनकर रह गया है। विभाग के द्वारा गांवों में सूचना न दिए जाने के कारण स्वास्थ्य आरोग्य मेले की जानकारी नहीं मिल पाती। लोगों ने बताया कि इस जन आरोग्य मेले में जीवन रक्षक दवाओं का भारी टोटा होने के साथ ही जांच की सुविधाएं भी न के बराबर है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मेले से अगर लोगों तक लाभ पहुंचाना है तो विशेषज्ञ डाक्टर, बेहतर दवाएं आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। इस संबंध में सीएमओ डाक्टर हरगोविंद सिंह ने समय से पहले मेदिनीपुर स्वास्थ्य केंद्र बंद होने पर गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहे कि मरीज न होने पर कर्मी अस्पताल बंद कर चले गये होंगे।
मेला में 146 मरीजों की जांच कर नि:शुल्क दवा का वितरण
मरदह। मुख्यमंत्री आरोग्य मेला में ब्लाक के चार पीएचसी के कुल 146 मरीजों ने परीक्षण, परामर्श के साथ नि:शुल्क दवा प्राप्त की। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मरदह पर डा. अशोक कुमार सिंह ने 54 मरीजों को देखा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मटेहू में डॉ. राजीव गोड़ ने 27, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पांडेयपुर राधे में डॉ. आसिफ लारी ने 33 तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अविसहन में डॉ. इमरान उस्मानी ने 32 मरीजों का इलाज किया। मेला में कुल 146 मरीजों की जांच कर उन्हें नि:शुल्क दवा का वितरण किया गया। इसमें सांस के 10, उदर के 15, मधुमेह सात, चर्मरोग 26, टीबी छह, हाईपर टेंशन तीन, एनीमिया पांच, एएनसी के दो एवं अन्य रोग के 74 मरीजों को देखा गया जिसमें बच्चे भी शामिल रहे। इस मौके पर पूनम भारती, संजय कुमार रावत, दयाशंकर यादव, फार्मासिस्ट रमेशचंद्र चतुर्वेदी, भगवान सिंह कुशवाहा, फार्मासिस्ट विनोद कुमार सिंह, नीलम आदि मौजूद थीं।