राज्य के मुख्यमंत्री के वादा खिलाफी के विरोध में बुधवार को आशाओं ने राज्य व्यापी प्रदर्शन किया है। आशाओं ने अपनी विभिन्न मांगों को पूरा करने की मांग की है।
आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन ने आशाओं को पिछले वर्ष 31 अगस्त 2021 को मुख्यमंत्री के किये गये वादे के अनुरूप मानदेय अभी तक न दिए जाने और कोविड-19 का बकाया राशि के भुगतान, आशाओं को दिये जाने वाली बकाया राशि के भुगतान और अन्य मांगों के संबंध में राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत महिला अस्पताल हल्द्वानी में प्रदर्शन कर उत्तराखंड सरकार के मुख्यमंत्री को उप जिलाधिकारी हल्द्वानी के माध्यम से मांग पत्र प्रेषित किया है।
इस अवसर पर उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन (एक्टू) के प्रदेश महामंत्री डा. कैलाश पांडेय ने कहा कि पिछले साल 31 अगस्त 2021 को उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन के आंदोलन के बाद खटीमा कैम्प कार्यालय में आशाओं के प्रतिनिधिमंडल से राज्य के मुख्यमंत्री ने आशाओं को मासिक मानदेय नियत करने व डीजी हेल्थ उत्तराखंड के आशाओं को लेकर बनाये गये प्रस्ताव को लागू करने का वादा किया था। लेकिन आज 31 अगस्त 2022 को एक साल बीतने के बाद भी यह वादा पूरा नहीं किया गया है।
यूनियन की हल्द्वानी अध्यक्ष रिंकी जोशी ने कहा कि पिछले कोरोना भत्ते के पैसे का कोई भुगतान आशाओं को नहीं किया गया है जबकि आशाओं से कोरोना ड्यूटी का कार्य लगातार कराया जा रहा है। आशाओं ने मांगों पर शीघ्रता से समाधान न करने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से डॉ कैलाश पांडेय, रिंकी जोशी, रीना बाला, सरोज रावत, प्रीति रावत, हेमा शर्मा, नीमा देवी, सायमा सिद्दीकी, रेशमा, मीना शर्मा, सरिता साहू, सबीना, तबस्सुम, पार्वती, पूनम, आनंदी, रेणू बिष्ट, अंजना, विमला खत्री, छाया आर्य, तुलसी आर्य, चंद्रकला अधिकारी, सावित्री आर्य, फातिमा आदि शामिल रहे।