चंदौली में तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। पानी खतरे के निशान 71.26 मीटर से 62 सेंटीमीटर ऊपर है। पड़ाव क्षेत्र के रतनपुर, बहादुरपुर, चौरहट, मढ़िया गांव के सैकड़ों मकान गंगा में डूब चुके हैं।
भदोही में रविवार को ढाई सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा था। शाम तक जलस्तर 80.500 मीटर तक पहुंच गया, जो खतरे के निशान से सिर्फ 70 सेमी नीचे है। तटवर्ती कई गांवों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। गोपीगंज के रामपुर घाट से 75 महिलाओं और बच्चों को राहत शिविर में भेजा गया।
गंगा के पानी के दबाव से जौनपुर में गोमती नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पानी निचले इलाके में जा पहुंचा है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ने लगीं है। बाढ़ का पानी बढ़ने से जहां बरमलपुर गांव का रास्ता अवरुद्ध हो गया है। वहीं चंदवक घाट पर पानी घरों तक पानी पहुचने से लोग आशंकित हो गए हैं। फसलें जलमग्न होने से मवेशियों के लिए चारे का संकट उपन्न हो गया।
आजमगढ़ में घाघरा नदी के जलस्तर में शनिवार को घटाव दर्ज किया गया लेकिन रविवार को नदी फिर बढ़ गई। नदी का जलस्तर बढ़ने से देवारा वासियों की धड़कनें फिर बढ़ गईं। पिछले 24 घंटे में बदरहुंवा गेज पर 16 सेमी. तो डिघिया गेज पर 11 सेमी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। अधिकारियों की मानें तो गिरिजा, शारदा और सरयू बैराज से 98632 क्यूसेक पानी घाघरा नदी में छोड़े जाने से नदी के जलस्तर में वृद्धि हुई है। घाघरा नदी का जलस्तर घटने- बढ़ने से तटवर्ती क्षेत्रों में कटान तेज हो गया है।