मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार अणुव्रत मंडल को अस्पताल अथवा कोर्ट ले जाने के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए आरामदेह गाड़ी की व्यवस्था की है। इसके अलावा उनकी सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। बुधवार को उन्हें जिस गाड़ी से आसनसोल की विशेष सीबीआई कोर्ट में पेश करने के लिए ले जाया गया है वह एमजी हेक्टर गाड़ी है जिसकी सीट गद्देदार, हेड रेस्ट और सामने तथा पीछे हार्ड ऐसी की व्यवस्था है। इसके पहले उन्हें सामान्य गाड़ी में कोर्ट ले जाया जाता था लेकिन सूत्रों ने बताया है कि उनकी सेहत को ध्यान में रखते हुए यह आरामदायक व्यवस्था की गई है। हालांकि कुछ दिन पहले भाजपा के बड़े नेता दिलीप घोष ने सीबीआई पर तृणमूल नेताओं से सांठगांठ के आरोप लगाए थे। अब अणुव्रत की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए सीबीआई द्वारा इन व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बुधवार को जब उन्हें कोर्ट में ले जाया गया तो उनके काफिले में सात गाड़ियां शामिल थीं जिसमें करीब 40 सीआरपीएफ जवान मौजूद हैं। इसके अलावा दो और गाड़ियां थीं जिनमें सीबीआई अधिकारी थे।
सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि 11 अगस्त को उनकी गिरफ्तारी के बाद सीबीआई अधिकारी अंदाजा नहीं लगा पाए थे कि उनका रुतबा कितना है। कोर्ट में पेशी के दौरान जिस तरह से उनके खिलाफ और पक्ष में नारेबाजी हुई उससे उनकी सुरक्षा भी चिंता का कारण बन गई थी। इसीलिए यह अतिरिक्त व्यवस्था की गई है।
उल्लेखनीय है कि आसनसोल कोर्ट में जिस राजेश चक्रवर्ती नाम के जज की पीठ में अनुव्रत के मामले की सुनवाई हो रही है उन्हें पत्र लिखकर धमकी दी गई है। कहा गया है कि अगर अणुव्रत को जमानत नहीं मिली तो आपको पूरे परिवार के साथ एनडीपीएस मामले में फंसा दिया जाएगा।