जीवनदायिनी गंगा में उफान से बेगूसराय सहित गंगा के सीमावर्ती जिलों में हड़कंप मच गया है। हाथीदह सिमरिया सहित कई जगहों पर गंगा खतरा के निशान को पार कर गई है। गंगा के उफान से बेगूसराय में चल रही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दो परियोजनाओं पर भी ग्रहण लग गया है।
जलस्तर में तेजी से हुई वृद्धि से दियारा इलाके में गंगा का पानी फैलकर खेतों में प्रवेश कर गया है। इससे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लोगों में बाढ़ की आशंका प्रबल हो गई है। संभावित बाढ़ को देखते हुए लोग ऊंचे एवं सुरक्षित स्थलों की तलाश में जुट गए हैं। गंगा के लगातार बढ़े जलस्तर के कारण सिर्फ बेगूसराय में 30 हजार एकड़ से अधिक में लगी फसल, घास और सब्जी डूब गया है।
फसल डूब जाने से एक ओर किसानों में हाहाकार मचा है तो दूसरी ओर पशु चारा की भी समस्या हो गई है तथा एक बार फिर सब्जियों के दाम में बेतहाशा वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। वहीं लगातार बढ़ रहे जलस्तर के बीच कटाव से दियारा वासियों में हड़कंप मच गया है। तेघड़ा प्रखंड के विनलपुर के समीप कटाव के कारण जहां गंगा नदी के रिंग बांध पर खतरा उत्पन्न हो गया है, वहीं बछवाड़ा में दादुपूर पुल के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ गई है, मटिहानी प्रखंड क्षेत्र में भी कटाव तेज है।
जबकि गंगा के पार बसा शाम्हो प्रखंड चारों ओर से पानी से घिर चुका है, मंगलवार से जलस्तर बढ़ने का सिलसिला फिलहाल स्थिर है। लेकिन गुरुवार से जलस्तर बढ़ने की संभावना है और अब पानी बढ़ा तो दो-तीन दिन में शाम्हो का सड़क संपर्क पूरी तरह भंग हो जाएगा। हालांकि जिला प्रशासन ने संभावित बाढ़ के मद्देनजर तैयारी पूरी करने का दावा किया है। पर्याप्त संख्या में नाव, पॉलीथिन शीट उपलब्ध है, लोगों को ऊंचे स्थान पर ठहराने के लिए जगह चिन्हित कर लिया गया है।
पशु चारा एवं लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी कर ली गई है। सामुदायिक रसोई केंद्र एवं आपदा राहत केंद्र के लिए भी जगह चिन्हित कर लिए गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं मेडिकल टीम तैयार है। इधर, दूसरी ओर गंगा के उफान से बेगूसराय में चल रही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दो परियोजनाओं पर ब्रेक लग गया है।
सिमरिया में बन रहे सिक्स लेन सड़क पुल एवं रेलवे पुल का काम फिलहाल ठप हो गया है। हालांकि कार्यकारी एजेंसी इस दौरान नदी के दोनों ओर के काम को पूरा करने में जुटी हुई है। फिलहाल गंगा ने एक बार फिर बेगूसराय के बछवाड़ा, तेघड़ा, बरौनी, मटिहानी, शाम्हो, बलिया एवं साहेबपुर कमाल प्रखंड तथा नगर निगम के दक्षिणी हिस्से में बसे लोगों के बीच दहशत पैदा कर दिया है।