सिविल सर्जन डॉ अंजनी कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत मंगलवार हृदय रोग से पीड़ित 4 बच्चों को इलाज के लिए पटना भेजा गया।जहां से उन्हे सत्य साईं अस्पताल,अहमदाबाद भेजा जायेगा।वही राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला सह कार्यक्रम पदाधिकारी डा.मनीष कुमार ने बताया कि बाल हृदय योजना के तहत जिले के हृदय रोग से पीड़ित 4 बच्चों को इलाज के लिए पटना भेजा गया है। इनमें 2 बच्चे-दिव्यांश कुमार (पकड़ीदयाल) व रिया कुमारी (महुआहि, घोड़ासहन) अपने अभिभावक के साथ सुबह रवाना हो गये। 2 बच्चे पीपरा कोठी का कृष्णा कुमार (उम्र लगभग डेढ़ साल) एवं चिरैया प्रखंड की स्नेहा कुमारी (9 वर्ष) अपने अभिभावक के साथ बाद में एम्बुलेंस से पटना गए हैं।
डॉ मनीष कुमार ने बताया कि आरबीएसके टीम द्वारा चिह्नित किये गये हृदय रोग से ग्रसित 4 बच्चों को इलाज के लिए इंदिरा गांधी इंस्टीच्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी, पटना भेजा गया है, जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा रोग की गंभीरता का पता लगाने के साथ 2 बच्चों की जरूरी जांच व दवा द्वारा चिकित्सा की जाएगी। फिर इलाज के लिए उन्हें बेहतर चिकित्सा संस्थानों में भेजा जाएगा।
उन्होंने बताया कि बच्चों के इलाज से लेकर बच्चे व अभिभावकों के आने जाने सहित तमाम खर्च सरकार वहन करेगी। डॉ मनीष कुमार एवं डॉ त्रिपुरारी कुमार ने बताया कि हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का समय पर इलाज शुरू कराना जरूरी है अन्यथा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि ऐसे भी बच्चे जिन बच्चों के होठ कटे हैं, जिसके तालु में छेद (सुराग) है, पैर टेढ़े-मेढ़े हैं, आदि 41 प्रकार की बीमारियों से ग्रसित बच्चों का शत-प्रतिशत सफल इलाज संभव है।इसके लिए सरकार से सभी प्रकार की सुविधा मुहैया कराई जा रही है।