अब्बास अंसारी की लोकेशन मिलने के बाद पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। उसके खिलाफ शस्त्र लाइसेंस में फर्जीवाड़ा कर कई असलहा खरीदने का मामला दर्ज है।
बांदा जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी की तलाश में कमिश्नरेट पुलिस ने सोमवार को 17 ठिकानों पर छापा मारा। सोमवार को पुलिस टीम ने उसके चचेरे भाई व विधायक मन्नू अंसारी के फ्लैट पर भी दबिश दी। अब्बास की तलाश में 12 टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। पुलिस का दावा है कि कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। विधायक को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मऊ सदर सीट से सुभासपा के विधायक अब्बास अंसारी की गिरफ्तारी के लिए एमपी-एमएलए की विशेष मजिस्ट्रेट कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जिसमें आदेश है कि विधायक को गिरफ्तार कर 25 अगस्त तक कोर्ट को सूचित किया जाए। अब्बास अंसारी के खिलाफ महानगर थाने में मुकदमा दर्ज है। आरोप है कि महानगर पुलिस को पूर्व में सूचना दिए बिना ही लखनऊ से जारी डबल बैरल बंदूक के लाइसेंस को नई दिल्ली के पते पर ट्रांसफर करा लिया था। इस मामले में महानगर थाने में 2019 में तत्कालीन इंस्पेक्टर अशोक सिंह ने मुकदमा दर्ज कराया था।
छह थानाक्षेत्रों में तलाश, कई रिश्तेदारों के घर भी दबिश
डीसीपी उत्तरी एसएम कासिम आब्दी के मुताबिक, विधायक की तलाश में सोमवार को 10 थानों की पुलिस ने महानगर, हजरतगंज, वजीरगंज, कैसरबाग, आलमबाग व गोमतीनगर विस्तार में 17 ठिकानों पर दबिश दी। इसमें उसके कुछ करीबी रिश्तेदार हैं तो कुछ कारोबारी साझीदार हैं। अब्बास की तलाश के दौरान उत्तरी जोन के एडीसीपी अनिल यादव, एसीपी महानगर जया शांडिल्य, गाजीपुर राजकुमार सिंह के साथ सात ट्रक पीएसी मौजूद थी, लेकिन मामला सिफर रहा।
चार स्थानों पर पुलिस ने डाला डेरा
डीसीपी उत्तरी के मुताबिक, चार पुलिस टीमों ने गाजीपुर, मऊ, वाराणसी व दिल्ली में डेरा डाल दिया है। लगातार लोकेशन बदलने के कारण अब्बास को पकड़ने में दिक्कत आ रही है। एक महीने में वह दिल्ली, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद, उत्तराखंड, पंजाब व छत्तीसगढ़ गया था। इन राज्यों में भी क्राइम ब्रांच व पुलिस टीम भेजी गई हैं।