स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले में शुक्रवार को धामपुर निवासी जूनियर इंजीनियर ललित राज शर्मा को गिरफ्तार किया है। नकल माफिया के उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश से तार जुड़े हैं। पुलिस के रडार पर अभी अन्य भी है। इस मामले में सचिवालय कर्मी सहित अब तक बीस लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि हाकम के साथ उत्तर प्रदेश के नकल माफिया के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी को तोड़ने में एसटीएफ को सफलता मिली है। उन्होंने बताया कि ललित राज शर्मा के धामपुर स्थित फ्लैट पर दो दर्जन से ज्यादा छात्रों ने परीक्षा से पहले रात को पेपर लीक के प्रश्नों को सॉल्व किया था। इस नकल के अड्डे पर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के लोग एकत्रित हुए थे। एसटीएफ की ओर से लंबी गहन पूछताछ के बाद धामपुर निवासी जूनियर इंजीनियर ललित राज शर्मा को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। आज न्यायलय में पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड परीक्षा पेपर लीक मामले में उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश के नकल माफिया से जुड़े हैं। एसटीएफ बड़े खुलासे के लिए टीम को गैर प्रांतों में किया रवाना किया गया है।
22 जुलाई को दर्ज हुई थी रिपोर्ट
उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्नातक स्तरीय परीक्षा गत वर्ष दिसंबर में आयोजित की थी। इसके बाद से ही लगातार इसमें धांधली की बात सामने आ रही थी। इस मामले में 22 जुलाई को मुख्यमंत्री के निर्देश पर रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद डीजीपी अशोक कुमार ने इसकी जांच एसटीएफ को सौंपी दी थी। इसके बाद से ही एसटीएफ कड़ियां जोड़कर पूरे मामले की जांच में जुटी है। एसटीएफ ने 24 जुलाई छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके बाद मामले में एक के बाद एक 20 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने सचिवालय के एक और अपर निजी सचिव को गिरफ्तार किया था।
आशा खबर / शिखा यादव