भगवान श्री कृष्ण जन्माष्टी पर्व को लेकर कानपुर पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में शुक्रवार को किसी भी वारदात से निपटने के लिए पुलिस को हाई अलर्ट कर दिया गया है। महानगर के सभी मंदिरों की सुरक्षा को लेकर पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किया है। अतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए मेटर डिटेक्टर एवं ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी।
कानपुर महानगर के सभी थाना क्षेत्रों में स्थित मंदिरों की सुरक्षा को लेकर जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर एवं पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने गुरुवार देररात अपने मातहतों के साथ बैठक की। उन्होंने श्री कृष्ण जन्माष्टमी को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए योजना के तहत यातायात व्यावस्था, सभी मंदिरों के पास पार्किंग व्यवस्था, बैरिकेडिंग आदि सभी सुरक्षा के लिए किये गए सुरक्षा व्यवस्था पर गहन चर्चा की।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर शुक्रवार को शहर सभी प्रमुख मंदिरों पर कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए। सभी प्रमुख मंदिरों के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाने के साथ ही सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। मंदिरों में पुलिस बल के साथ पीएसी और आरआरएफ भी तैनात रहेगी। मंदिर के अन्दर एवं बाहर की सुरक्षा दो भागों में विभाजित किया गया है। यातायात की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए यातायात पुलिस के जवानो के साथ ही पुलिस कर्मी भी लगाए जाऐंगे।
प्रमुख मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था द्विस्तरीय बनाई जाए
भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियों को लेकर सभी थाना और सर्किल स्तर पर बैठकें करके जो भी समस्या सामने आईं, उन्हें दूर किया गया। साथ ही प्रमुख मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था द्विस्तरीय बनाई गई है। मंदिर के बाहर प्रवेश से लेकर वाहनों की पार्किंग तक और अंदर भीड़ को काबू करने के लिए अलग से पुलिस बल तैनात किया गया है। महानगर के कोतवाली और ग्वालटोली क्षेत्र से जुलूस निकाला जाता है। वहां अतिरिक्त पुलिस फोर्स और पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। पूरे दिन अधिकारी क्षेत्र में भ्रमण करके रूट का मुआयना और अन्य इंतजाम करते रहे।
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि मेले में फोर्स और वॉलेंटियर तैनात किए जाएंगे। मंदिरों में बनाए गए सीसीटीवी कंट्रोल रूम की निगरानी लगातार होती रहेगी और वहां पुलिस अधिकारियों की ड्यूटी लगाने के साथ ही आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं।
पुलिस अधिकारियों के साथ आयोजन स्थलों पर मजिस्टेट की निगरानी रहेगी। यातायात पुलिस बल के साथ ही क्षेत्र प्रत्येक थानेदार भी अपने इलाके के प्रमुख मंदिरों की यातायात व्यवस्था देखेंगे। जांम की स्थित से निपटने के लिए यातायात जवान के साथ ही थानेदार भी जिम्मेदार होंगे।
जिलाधिकारी विशाख जी ने बताया कि हर प्रमुख आयोजन स्थलों पर एक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी। जहां भी सड़क खराब हो या फिर बिजली की समस्या है, उसे दूर ली जाएगी। इसके साथ ही नगर निगम सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखे। प्रमुख आयोजन स्थलों पर फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस तैनात रहेगी। कमिश्नरेट पुलिस ने सभी मंदिरों और गंगा घाटों की सुरक्षा में पर्याप्त पुलिस बल लगाया है। वहां पर पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। महानगर के स्नान घाटों की सुरक्षा को लेकर गोताखोर एवं जल पुलिस को भी तैनात किया गया है।
आशा खबर / शिखा यादव