आज अटेवा पुरानी पेंशन का पर्याय बन चुका है और हमारे संघर्ष का नतीजा है कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड में पुरानी पेंशन पुनः बहाल हो चुकी है। जब तक पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती और निजीकरण समाप्त नहीं हो जाता अटेवा संघर्ष जारी रखेगा।
यह बातें प्रयागराज के मण्डल स्तरीय संवाद सम्मेलन में सोमवार को एक विद्यालय में एनएमओपीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु ने प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़ और कौशाम्बी के पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कही। कहा कि ब्लॉक व जिला इकाई को मजबूत करें। इस दौरान उन्होंने बड़े पेंशन आंदोलन के संकेत भी दिए।
प्रदेश महामंत्री नीरजपति त्रिपाठी ने कहा कि एनपीएस और निजीकरण डूबता हुआ जहाज़ है। प्रदेश संगठन मंत्री अशोक कनौजिया ने कहा कि हम संगठन को मजबूत करने में सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे। प्रदेश आईटी सेल सह प्रभारी सैय्यद दानिश इमरान ने कहा कि पेंशन आन्दोलन व निजीकरण के खिलाफ अटेवा व बन्धु की आवाज को देश भर में सोशल मीडिया व ट्विटर के माध्यम से जन जन तक पहुंचाया जा रहा है। जिला संयोजक जितेन्द्र उर्फ जीतू भाई व जिला महामंत्री आर के यादव ने कहा प्रयागराज टीम अटेवा शानदार कार्य कर रही है और हम और अधिक प्रयास करेंगे, जिससे संगठन मजबूत हो सके।
पीडब्ल्यूडी कर्मचारी यूनियन के वरिष्ठ नेता रविशंकर मिश्रा ने बताया कि इसी कड़ी में चित्रकूट मण्डल की भी बैठक हुई है। इस मौके पर प्रदेश कोषाध्यक्ष विक्रमादित्य मौर्य, सोशल मीडिया प्रभारी कुलदीप सैनी, प्रदेश संगठन मंत्री रजत प्रहरी, मण्डल अध्यक्ष राकेश कुमार, प्रयागराज से कोषाध्यक्ष नरेंद्र सिंह, दीपा सिंह, प्रीति ब्रिज, आरती सिंह, अनुराग पांडे, सुरेन्द्र प्रताप, अमर बहादुर सहित तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे।
आशा खबर / शिखा यादव