वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी का बलिदान सदैव अमर रहेगा। भारत की आजादी के लिए उन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ते हुए अपने प्राणों की आहूति दी और 28 वर्ष की अल्प आयु में वीरगति को प्राप्त हुई। इस आशय के विचार केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरूवार को ईसागढ़ में आयोजित वीरांगना रानी अवंतीबाई का बलिदान दिवस कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि भारत में आजादी के आंदोलन के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज ने शुरूआत की थी। भारत को आजाद कराने में 1761 में सिंधिया परिवार ने अपना बलिदान दिया था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि लोधी समाज से सिंधिया परिवार का विकास और प्रगति का संबंध रहा है। यह संबंध निरंतर जारी रहेगा। आजादी के अमृत महोत्?सव के तहत लोधी समाज द्वारा आज वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी तथा राजा हिरदेशाह लोधी की स्मृति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लोधी समाज मैं जज्बा है,निर्भय समाज है,सदैव सत्य की लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि महान योद्धाओं,वीरों एवं वीरांगनाओं का इतिहास को भुलाया नही जा सकता। उन्होंने कभी अपने परिवार तथा स्वंय के बारे में न सोचकर आम जनता की भलाई तथा देश के बारे में सोचा। उन्होंने कहा कि भारत में आजादी के आंदोलन के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज ने शुरूआत की थी। भारत को आजाद कराने में 1761 में सिंधिया परिवार ने अपना बलिदान दिया था। वीरांगना रानी अवंतीबाई ने रामगढ़ से मण्डला तक अपना परचम फहराया और नारी तू नारायणी है को चरितार्थ किया।
इस अवसर पर अखिल भारतीय लोधी महासभा के प्रदेश अध्यक्ष एवं नरसिंहपुर विधायक श्री जालम सिंह पटेल ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर अमर शहीद वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी का बलिदान दिवस मनाकर उन्हें याद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के 75 वर्ष में देश के शहीद वीरों को याद करने की आवश्यकता है। जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया। उन्होंने समाज को आगे ले जाने के लिए हर संभव मदद किये जाने हेतु आश्वस्त किया।
इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया को लोधी समाज द्वारा मांग पत्र सौंपकर पार्क निर्माण हेतु जमीन उपलब्ध कराये जाने, अमर शहीद रानी अवंतीबाई लोधी की प्रतिमा स्थापित कराये जाने,धर्मशाला के भूखण्ड उपलब्ध कराये जाने तथा लोधी समाज का प्रतिनिधित्व बढाये जाने की मांग की।