डिपो ऑनलाइन सिस्टम की प्रथाओं और वैज्ञानिक भंडारण तकनीकों और संचालन को दिखाने के लिए एफसीआई एफएसडी गोविंदसर कठुआ का लिटिल एंजेल हायर सेकेंडरी स्कूल के 9वीं और 10 वीं कक्षा के छात्रों के साथ शिक्षण स्टाफ सदस्यों दिव्या खुल्लर और तनु गुप्ता ने दौरा किया।
डीएस बोनल प्रबंधक डिपो और नीरज कुमार प्रबंधक क्यूसी, एफसीआई एफएसडी कठुआ ने छात्रों को एफसीआई के जनादेश के बारे में परिचित कराया। जिसमें छात्रों को खाद्यान्न के परिचालन बफर स्टॉक के संतोषजनक स्तर को बनाए रखने, खाद्यान्न के वितरण के माध्यम से देश की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना एवं किसानों के हितों की रक्षा के लिए देश और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) प्रदान करना जैसी जानकारियां दी गई।
इसके अलावा, उन्हें खाद्यान्न के भंडारण (उचित स्वच्छ स्थिति में), उनके संरक्षण (उचित रसायनों का उपयोग करके) और वितरण (सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत) समाज के लक्षित वर्ग के लिए डिपो प्रथाओं के बारे में बताया गया। इसके अलावा महामारी कोविड -19 के दौरान एफसीआई की महत्वपूर्ण भूमिका उन्हें प्रदर्शित की गई है, जहां एफसीआई ने पीएमजीकेएवाई के तहत कुल 324 एलटी चावल और 455 एलटी गेहूं वितरित किया है। इसके अलावा, एफसीआई ने वित्तीय वर्ष 21-22 और 22-23 के दौरान एनएफएसए और एमडीएम और डब्ल्यूबीएनपी जैसी अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत 6.68 एलएमटी एफआरके चावल (फोर्टिफाइड चावल कर्नेल युक्त फोलिक एसिड, विटामिन ए और बी 12 और लौह) भी वितरित किया है। एफआरके चावल के वितरण का मुख्य उद्देश्य 5 वर्ष से कम उम्र के स्कूली बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच व्याप्त कुपोषण का मुकाबला करता है।
राज्यों में खाद्यान्न भंडारण सुविधाओं के पूर्ण डिजिटलीकरण के लिए सरकार ने डीओएस (डिपो ऑनलाइन सिस्टम) के माध्यम से गोदामों में संग्रहीत चावल और गेहूं की रीयल-टाइम ट्रैकिंग के लिए एक प्रणाली शुरू की है। वही एफएसडी कठुआ और जम्मू-कश्मीर के अन्य डिपो में संचालित होता है जो दैनिक आधार पर खाद्यान्न की स्थिति, रसीद और जारी करता है।
आशा खबर / शिखा यादव