मुंबई में कोरोना कंट्रोल में आता जा रहा है। महानगर के 150 निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए ढाई हजार बेड आरक्षित हैं। हालांकि इनमें से सिर्फ पांच बेड पर मरीजों का इलाज शुरू है। जुलाई में करीब 10 हजार सक्रिय मरीज घटे हैं, जो की मुंबई के लिए संतोषजनक स्थिति है।
मुंबई मनपा प्रशासन अपनी नीतियों और उपाय योजनाओं के चलते कोविड की तीन लहरों को सफलतापूर्वक कंट्रोल किया है। अप्रैल में रोजाना मिलने वाले नए मरीजों की संख्या 30 पर आ गई थी। लेकिन मई में अचानक रोजाना मिल रहे नए मरीजों की संख्या सीधे 2500 पहुंचने से मुंबई के लिए फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो गई थी। मनपा ने फिर से 150 निजी अस्पतालों को अपने 80 फीसदी बेड कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध रखने का निर्देश दिया। इस पृष्ठभूमि में निजी अस्पतालों ने भी ढाई हजार बेड तैनात किए थे।
निजी अस्पताल के समन्वयक डाॅ. गौतम भंसाली के मुताबिक निजी अस्पतालों में केवल चार से पांच मरीज भर्ती हैं। इस समय महानगर में कोरोना रोगियों की संख्या बहुत कम है। साथ ही अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या भी न के बराबर है।
आशा खबर / शिखा यादव