मऊ से अपने दादा के दाह संस्कार में आए तीन युवकों का गंगा में नहाते समय पैर फिसल गया। घटना की खबर लगते ही हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस पहुंची और गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू करा दी गई। शाम तक तीनों युवकों की तलाश की गई, लेकिन उनका पता नहीं चला।
मऊ से दाह संस्कार में आए एक परिवार के तीन युवक रविवार को जिले के पोस्ताघाट पर नहाते समय गंगा में डूब गए। गोताखोरों की मदद से युवकों की तलाश कराई जा रही थी। मऊ के सरायलखंसी थानाक्षेत्र के जयसिंहपुर गांव निवासी विशाल सिंह (20), आकाश सिंह (18) और नितिन सिंह (22) अपने दादा शिव नारायण सिंह के दाह संस्कार में शामिल होने के लिए गाजीपुर श्मशान घाट आए थे। दाह संस्कार के बाद सभी परिजनों के साथ पोस्ताघाट पर स्नान करने लगे। गंगा में नहाते समय पैर फिसलने से तीनों गहरे पानी में जाने से डूब गए।
जानकारी होने पर भीड़ जुट गई। सूचना पर पुलिस पहुंची और गोताखोरों की मदद से तलाश शुरू करा दी गई। शाम तक तीनों युवकों की तलाश की गई, लेकिन उनका पता नहीं चला। सीओ सिटी गौरव कुमार ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने और बहाव के चलते युवकों की तलाश करने में परेशानी आ रही है।
तालाब में डूबने से मौत
भुड़कुड़ा कोतवाली क्षेत्र के गजाधरपुर गांव निवासी सत्येंद्र बनवासी (28) की तालाब में डूबने से मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि वह तालाब में हाथ पैर धोने के लिए गया और पैर फिसलने से गहरे पानी में डूबने से मौत हो गई। भुड़कुड़ा कोतवाल राजू दिवाकर ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
आशा खबर / शिखा यादव