जिला शतरंज संघ द्वारा अपने जिले के शतरंज खिलाड़ियों के खेल के वर्तमान-स्तर में वृद्धि कराने के लिए पटना के एक जाने-माने प्रतिष्ठित पूर्व शतरंज खिलाड़ी व कोच प्रमोद कुमार सिंह के मार्गदर्शन में इंडोर स्टेडियम डुमरिया में आज से 5-दिवसीय एडवांस-लेवल शतरंज प्रशिक्षण शिविर लगाया गया है।
सिंह की योग्यता पर प्रकाश डालते हुए संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता एवं वरीय संयुक्त सचिव तथा कार्यक्रम के संयोजक कमल कर्मकार ने कहा कि ये वर्ष 1980 एवं 1981 के राष्ट्रीय जूनियर शतरंज चैंपियन रहे हैं। वर्ष 1981 में बांग्लादेश एवं 1982 में फिलीपींस में आयोजित की गई एशियन जूनियर शतरंज प्रतियोगिता में भी ये क्रमशः तीसरा एवं चौथा स्थान प्राप्त करने में सक्षम रहे। ये कुल 6 बार बिहार चैंपियन घोषित हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय-स्तर पर खेलते हुए उन्होंने सुपर ग्रैंड मास्टर माइकल ऐडम्स से दो बार एवं ग्रैंड मास्टर आर बी रमेश, ग्रैंड मास्टर प्रवीण थिप्से एवं ग्रैंड मास्टर दिब्येंदु बरुआ से एक-एक बार बराबरी की।
इसके अलावे ये अन्य 3 ग्रैंड मास्टरों को भी पराजित किया। ये अपने प्रदेश के दूसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने किसी प्रतियोगिता में हमारे देश के पांच बार के विश्व चैंपियन खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद को पराजित किया है।
इस आयोजन के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए संघ के कार्यकारी अध्यक्ष धनंजय जायसवाल एवं उपाध्यक्ष एलआईसी के उदय शंकर दुबे ने कहा कि यह एक आशाव्यंजक महत्वकांक्षी पहल है, जिसे आगे भी जारी रखने की योजना है। उन्हें विश्वास है कि जिले के खिलाड़ियों के कुशलता वृद्धि में यह प्रशिक्षण शिविर मील का पत्थर साबित होगा।
आशा खबर / शिखा यादव