-छत्तीसगढ़ विधानसभा में भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी
छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ मुख्य विपक्षी दल भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव पर बुधवार को विधानसभा में बहस जारी है। भाजपा ने बघेल सरकार के खिलाफ 159 गंभीर आरोप लगाए हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रस्ताव पेश किया। भाजपा सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने सदन में इस विषय पर चर्चा शुरू की। अग्रवाल ने कहा कि यहां मुख्यमंत्री को मंत्री पर विश्वास नहीं है। मंत्रियों को मुख्यमंत्री पर विश्वास नहीं है। शासन को प्रशासन पर विश्वास नहीं। शासन पर जनता का विश्वास नहीं है इसलिए हमने अविश्वास प्रस्ताव लाया है।
भूपेश बघेल सरकार के खिलाफ मुख्य विपक्षी दल भाजपा की ओर से यह पहली बार अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया है। यह अविश्वास प्रस्ताव ऐसे वक्त में आया है जब कांग्रस के वरिष्ठ नेता एवं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने हाल में पंचायत मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया था। भाजपा ने सिंहदेव के इस्तीफे को भी मुद्दा बनाया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि अगर सरकार के ही लोग उससे संतुष्ट नहीं हैं तो जनता तक वादों और योजनाओं का लाभ कैसे पहुंचेगा।
उधर विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले सत्तारूढ़ कांग्रेस ने भाजपा के अविश्वास प्रस्ताव के संदर्भ में बैठक कर रणनीति पर विस्तृत चर्चा की। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव शामिल नहीं हुए। सिंहदेव अभी भोपाल में डेरा डाले हुए हैं।
भाजपा ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में प्रदेश की बदतर अर्थव्यवस्था, धान खरीद में भ्रष्टाचार, गोठान और गोबर खरीद में भ्रष्टाचार, जनप्रतिनिधियों से संबंधित प्रोटोकॉल ध्वस्त करने, विधायिका का अपमान करने जैसे 159 गंभीर मुद्दे उठाए गए हैं। भाजपा ने अपने प्रस्ताव में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के पंचायत विभाग के मंत्री पद से इस्तीफे का भी जिक्र किया है। भाजपा ने कहा है कि उनके इस्तीफे को पढ़ने से स्पष्ट होता है कि मंत्री कितने असहाय और बेबस हैं। स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ षड्यंत्र करने वाले को संरक्षण दिया गया है। विधायक-मंत्रियों को लेकर भी अविश्वास प्रस्ताव में गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
आशा खबर /रेशमा सिंह पटेल