सीएम ने कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में जल संसाधन है, लेकिन इसके उचित प्रबंधन के बारे में जो प्रयास होना चाहिए, उसमें लोग चूक जाते हैं। जिस तेजी के साथ आबादी बढ़ी और औद्योगीकरण हुआ उसी तेजी से भूगर्भ जल का दोहन भी बढ़ा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सृष्टि की कल्पना जल के बगैर नहीं की जा सकती। इसी के लिए प्राचीन काल में तालाब, कुएं आदि खुदवाए गए थे। आज समय है कि हमेें बारिश की एक-एक बूंद को सहेजना होगा। पुराने सरोवरों, तालाबों तथा कुओं को पुनर्जीवित करना होगा। सीएम शुक्रवार को लोकभवन सभागार में भूजल सप्ताह-2022 के राज्य स्तरीय समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। प्रदेश में 16 से 22 जुलाई तक भूजल सप्ताह मनाया गया।
सीएम ने कहा कि देश में पर्याप्त मात्रा में जल संसाधन है, लेकिन इसके उचित प्रबंधन के बारे में जो प्रयास होना चाहिए, उसमें लोग चूक जाते हैं। जिस तेजी के साथ आबादी बढ़ी और औद्योगीकरण हुआ उसी तेजी से भूगर्भ जल का दोहन भी बढ़ा। प्रदेश के अनेक विकास खंड डार्क जोन की श्रेणी में चले गए थे। वर्ष 2000 में प्रदेश में जितने विकास खंड अति क्रिटिकल थे, 17-18 वर्षों में उनकी संख्या बढ़कर कई गुना हो गई थी। आज उन्हें धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लाने की कवायद की जा रही है।
सीएम ने कहा कि भूगर्भ जल में खारेपन के साथ ही आर्सेनिक व फ्लोराइड की समस्या एक चुनौती है। पीएम की प्रेरणा से ‘कैच द रेन’ तथा ‘अमृत सरोवर’ जैसे कार्यक्रम पूरे देश में शुरू हुए हैं। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, जल संरक्षण एवं संवर्धन अभियानों से स्थिति में सुधार हो रहा है।
नदियाें को जिंदा किया
सीएम ने कहा कि पांच सालों में प्रदेश में 60 से अधिक नदियों को पुनर्जीवित किया गया है। यह नदियां कभी उस क्षेत्र विशेष में कृषि उत्पादन की रीढ़ रही होंगी, लेकिन लापरवाही के कारण लुप्तप्राय सी हो गईं थीं। जन सहभागिता, ग्राम्य विकास और अन्य विभागों ने जल शक्ति विभाग के साथ मिलकर इनके पुनर्जीवन अभियान को आगे बढ़ाया। जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव ने कहा कि ‘खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़’ एवं ‘घर का पानी घर में, खेत का पानी खेत में’ पर काम करना होगा। इस मौके पर नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट में राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ कार्य के लिए उत्तर प्रदेश को मिला सम्मान चिह्न मुख्यमंत्री को सौंपा गया।
संस्थाओं को सम्मानित किया
प्रदेश में जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं व व्यक्तियों को सीएम ने सम्मानित किया। इनमें परमार्थ समाज सेवी संस्थान जालौन, ग्रामीण एवं पर्यावरण विकास संस्थान बागपत, आईटीसी लि सहारनपुर, सपोर्ट फॉर इंप्लीमेंटेशन एंड रिसर्च झांसी, वॉटर ऐड इंडिया लखनऊ, स्वप्न फाउंडेशन लखनऊ, नीर फाउंडेशन मेरठ संस्थाओं तथा रामवीर तंवर गौतमबुद्धनगर, डॉ. वेंकटेश दत्ता लखनऊ, उमा शंकर पांडेय बांदा, अनुराग पटेल जिलाधिकारी बांदा तथा आजमगढ़ के कार्यशाला अनुदेशक कुलभूषण सिंह शामिल रहे।
आशा खबर / शिखा यादव