पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तीन दिवसीय जंगलमहल दौरे के पहले दिन मंगलवार को मेदनीपुर में प्रशासनिक बैठक की है। इस दौरान उन्होंने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल में 78.2 फ़ीसदी परिवारों के पास साइकिल है। ममता ने कहा कि यह देश में सबसे ज्यादा है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनके द्वारा 2015 में नौवीं से 10वीं श्रेणी के बच्चियों को साइकिल देने के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी परियोजना सबुज साथी की वजह से ऐसा है कि राज्य में अधिकतर परिवारों के पास साइकिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां सबसे अधिक लोग साइकिल तो रखते हैं लेकिन यहां साइकिल का कोई कारखाना नहीं है। इसलिए खड़गपुर में साइकिल हब बनाया जाएगा। प्रशासनिक बैठक में चार से पांच उद्योगपति उपस्थित थे। बनर्जी ने बताया कि इनमें से एक को खड़गपुर औद्योगिक पार्क में साइकिल हब के लिए जमीन दी गई है। इसके अलावा जॉब फेयर में आश्वासन मिलने के बावजूद नौकरी नहीं मिलने की शिकायतों को लेकर भी ममता ने नाराजगी जाहिर की और राज्य के मुख्य सचिव को इस बारे में ठोस कदम उठाने के आदेश दिए हैं।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 100 दिनों की रोजगार योजना के लिए कथित तौर पर फंड रिलीज नहीं करने को लेकर केंद्र पर हमला भी बोला। उन्होंने कहा कि चार महीनों से केंद्र सरकार ने मनरेगा का पैसा ही रिलीज नहीं किया है। इसकी वजह से वे गरीब लोग जो मनरेगा में काम कर जीवन यापन करते हैं वे समस्या में पड़ गए हैं। अधिकारियों को निर्देश देते हुए ममता ने कहा कि अगर केंद्र फंड रिलीज नहीं करता है तो राज्य सरकार को खुद ही पैसा देना होगा और अधिकारी यह देखें कि किसी भी गरीब को कोई समस्या ना हो।