आजादी के बाद से अब तक उपेक्षित रहे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड के विकास और रोजगार के नए मार्ग प्रशस्त करने वाला बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे उद्घाटन के लिए बनकर तैयार है। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वकांक्षी राष्ट्रीय परियोजनाओं का नया सोपान है। प्रधानमंत्री मोदी आज (शनिवार) अपराह्न इसे लोकार्पित करेंगे। इसकी लंबाई 296 किलोमीटर है। यह भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट के भरतकूप के गोंड़ा गांव से शुरू होकर इटावा के कुदरैल में खत्म होता है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 296 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे के लोकार्पण समारोह की तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रधानमंत्री मोदी जालौन के कैथेरी टोल प्लाजा के पास इसका लोकार्पण करेंगे। यहां पांच किलोमीटर के दायरे में एक्सप्रेस-वे को सजाया गया है। इस अवसर के साक्षी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक समेत कई केंद्रीय और प्रदेश सरकार के मंत्री होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विशेष विमान से दिल्ली से चलकर सुबह 10:30 बजे कानपुर स्थित वायु सेना के एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी अगवानी करेंगे। सुबह 10:35 बजे कानपुर से तीनों हेलीकाप्टर से 11ः20 बजे जालौन के कैथेरी टोल प्लाजा पहुंचेंगे। यहां एक्सप्रेस-वे पर सात हेलीपैड बनाए गए हैं।
प्रधानमंत्री पूर्वाह्न 11:30 से अपराह्न 12:45 बजे तक लोकार्पण समारोह में रहेंगे। जालौन में वह लगभग डेढ़ घंटे का समय गुजारेंगे। इस दौरान एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण करने के साथ ही वह पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पौधरोपण करेंगे। प्रधानमंत्री यहां जनसभा को भी संबोधित करेंगे। अपराह्न 1ः00 बजे जालौन से चलकर 1:45 बजे कानपुर पहुंचेंगे। 1:50 बजे वो कानपुर से विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने लोकार्पण समारोह की भव्य तैयारी की है। समारोह में एक लाख से ज्यादा लोगों के पहुंचने की संभावना है। इतने लोगों को व्यवस्थित बैठाने की व्यवस्था की गई है।
अकाल और सूखे को झेल चुके बुंदेलखंड के लोगों को एक्सप्रेस-वे की सौगात देने जा रहे प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया है-16 जुलाई बुंदेलखंड क्षेत्र की मेरी बहनों और भाइयों के लिए विशेष दिन है। जालौन जिले में एक कार्यक्रम में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया जाएगा। यह परियोजना स्थानीय अर्थव्यवस्था और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देगी। अत्याधुनिक बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे सात जिलों से होकर गुजरता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को काफी फायदा होगा। इस क्षेत्र में बड़ाऔद्योगिक विकास होगा और इससे स्थानीय युवाओं के लिए अधिक अवसर आएंगे।