विधानसभा चुनाव बाद आ रहे प्रधानमंत्री के अगवानी के लिए शहर तैयार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरूवार को कुछ ही घंटों में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पहुंचने वाले है। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री जैसे ही विशेष विमान से उतरेंगे प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी अगवानी करेंगे। बाबतपुर एयरपोर्ट पर ही केन्द्रीय और राज्यमंत्रियों के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष,महापौर,भाजपा के विधायक और पदाधिकारी भी प्रधानमंत्री को गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए पूरे शहर में बड़े-बड़े पोस्टर, होर्डिग, भाजपा के झंडे,प्रधानमंत्री के विशाल कट आउट के साथ स्वागत गेट भी बनाया गया है। प्रदेश विधानसभा चुनाव के बाद वाराणसी आ रहे प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ नागरिक भी उत्साहित है। संस्कृति विभाग ने सड़कों पर जगह-जगह लोक नृत्यों का व्यवस्था किया है।
काशी के एक बुनकर परिवार की बेटियां तरन्नुम, रहनुमा, शहाना और नगमा ने प्रधानमंत्री के लिए खास अंगवस्त्रम तैयार किया है। केसरिया रंग के बनारसी कपड़े पर जरदोजी से शब्द और कलाकृति उकेरी गई हैं। जनसभा के पूर्व प्रधानमंत्री को स्टेडियम में डॉ. संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम का नया मॉडल बतौर स्मृति चिह्न दिया जाएगा। कसेरा समाज ने भी पंच धातु की 15 इंच की सरस्वती की प्रतिमा प्रधानमंत्री को उपहार में देने के लिए खास तौर पर तैयार किया है।
प्रधानमंत्री स्टेडियम में ही कुल 1774.33 करोड़ के 43 परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। लगभग 4 घंटे के दौरे में प्रधानमंत्री तीन कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वाराणसी आने के बाद पहले एलटी कालेज परिसर स्थित अक्षय पात्र किचन का उद्घाटन करेंगे। यहां प्रधानमंत्री सरकारी प्राथमिक स्कूलों के 20 छात्रों से बातचीत करेंगे और उनके साथ मिड-डे-मील भी चखेंगे। इसके बाद वे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में अखिल भारतीय शिक्षा कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे। अंत में सिगरा स्थित सम्पूर्णानंद खेल स्टेडियम में आयोजित जनसभा में भाग लेंगे। प्रधानमंत्री की सभा में पूर्व अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी पद्मश्री प्रशांति सिंह के साथ शहर के 100 से ज्यादा खिलाड़ी भी मौजूद रहेंगे। स्टेडियम को पहले चरण में 87.36 करोड़ रुपए से अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया जाना है।
आशा खबर / शिखा यादव