आज भारत सहित विश्व के अनेकों देश जल संकट से जूझ रहे हैं। जल जैसी प्रकृतिक संसाधन की बचत करना बहुत जरूरी है, ताकि आने वाली पीढ़ियों को ज्यादा परेशानी का सामना न करना पड़े। वैसे जल संकट हमारी भूलों और लापरवाहियों का परिणाम है। हम अनावश्यक तथा अधिक मात्रा में जल का दोहन कर रहे हैं। बिना जल के जीवन सम्भव नहीं है। पीने के लिए शुद्ध जल हमारे लिए जरूरी है। क्योंकि स्वच्छ एवं सुरक्षित जल अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है।
यह बातें भारतीय जनता पार्टी एनजीओ प्रकोष्ठ के प्रांत सह संयोजक रजनीकांत ने शनिवार को भाजपा राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा चलाये जा रहे संपर्क व संवाद कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमें जल संरक्षण व स्वच्छता अभियान को जन-जन तक पहुंचाना है यह काम हम सब स्वयंसेवी संस्थाएं व स्वयंसेवक के बल पर सम्भव है। नागरिकों में जागरूकता पैदा करना हम सबका प्रथम कर्तव्य बनता है। हमें आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ और सुंदर वातावरण का कैसे निर्माण हो, हम सबको चिंता करनी चाहिए।
खेती एवं उद्योगों में अधिक उत्पाद लेने की खातिर जल का उपभोग बढ़ा दिया है। जल स्रोतों से जल उपभोक्ता तक पहुंच से पहले ही पांचवा हिस्सा गटर में चला जाता है। वृक्षों की अंधाधुंध कटाई व वनों के लगातार घटने से वर्षा होने की अवधि व साथ ही वर्षा की मात्रा में भी कमी आ रही है। कुओं, नलकूपों, तालाबों से अन्धाधुन्ध जल दोहन के कारण भूजल में कमी आ गई है। कल कारखानों से निकले दूषित जल व शहरी क्षेत्रों के गटर एवं कूड़े-कचरे ने जलस्रोतों को प्रदूषित कर दिया है, जिससे पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है। यह सब कुछ अनियन्त्रित मानवीय गतिविधियों के कारण ही हुआ है। इसका निराकरण भी मानव ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि आज हम जल शक्ति अभियान से जुड़ संकल्प ले कि जल बर्बादी रोककर जल संरक्षण करेंगे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अवनीश कुमार, विपुल कुमार, रिद्धि श्रीवास्तव, अनूप कुमार, निष्कर्ष श्रीवास्तव, शशि कला, संतोष सिंह, रजनीश उपाध्याय, मनोज निगम, धनंजय सिंह, सुरेश दीक्षित, अजय श्रीवास्तव, गौरव शर्मा आदि रहे।