डॉ. प्रिया पाण्डेय
आहार विशेषज्ञ, आभा सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल
डिग्री- बीएससी (ह्यूमन न्यूट्रीशियन)
अनुभव – आठ वर्ष
Medically Reviewed by Dr. Priya pandey
Weight Loss Tips: जिन लोगों को वजन ज्यादा होता है और वह मोटापा कम करना चाहते हैं, तो व्यायाम, योग आदि के अलावा उन्हें अपनी डाइट का भी खास ध्यान रखना पड़ता है। एक अच्छी और हेल्दी डाइट जल्द वजन कम करने में सहायक होती है। कई लोगों को लगता है कि चावल, आलू, चीनी आदि का सेवन करने से वजन बढ़ता है। ऐसे में मोटापे को घटाने के लिए अक्सर लोग कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन कम कर देते हैं या बंद कर देते हैं। केवल कुछ चीजों का सेवन न करने से ही फैट बर्न नहीं होता, बल्कि इसके लिए डाइट में कुछ खाद्य पदार्थों को शामिल भी किया जाता है। भारत के लगभग अधिकतर घरों में नाश्ते में पोहा खाया जाता है। पोहा चावल से ही तैयार होता है लेकिन जहां चावल को वजन बढ़ाने वाला माना जाता है, तो वहीं पोहा मोटापा कम करने में मदद करता है। अगर आप भी पोहा खाना पसंद करते हैं तो इसके फायदे जान लेने चाहिए। पोहा हेल्दी फूड है, लेकिन क्या इसका सेवन सच में वजन कम कर सकता है, जानें।
पोहा नॉर्थ इंडिया का फेमस डिश है, खासकर इंदौर में। पोहा एक पौष्टिक आहार है, जिसमें कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयरन और विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। आहार एवं पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक पोहा खाने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। ऐसे में जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उन्हें अपनी डाइट में पोहा शामिल करना चाहिए।
पोहा खाने के फायदे
पोहा वजन कम करने में इसलिए मदद करता है, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है। इसके अलावा आयरन, फाइबर, विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स का भी पोहा अच्छा स्रोत है। पोहे के सेवन के बाद लंबे समय तक पेट भरा रहता है। क्रेविंग्स कम हो जाती है और जरूरत से ज्यादा कैलोरी लेने से आप बच जाते हैं। पोहा पाचन को भी सही रखता है। जिन लोगों को खराब पाचन की शिकायत होती है, वह पोहे का सेवन करें। इसमें मौजूद फाइबर पेट को साफ रखने में मदद करता है और ग्लूटेन फ्री भी होने के कारण पेट की कई समस्याओं में राहत दिलाता है।
पोहा में पौष्टिकता
पोहा में बहुत कम कैलोरी होती है। 100 ग्राम पोहा में 1.9 मिलीग्राम विटामिन सी, 67.6 एमसीजी विटामिन-ए, 6.1 मिलीग्राम आयरन और 79.7 मिलीग्राम फास्फोरस पाया जाता है, जो वजन को नियंत्रित रखता है। पोहा बनाने के भी कई तरीके हैं, जिससे आप पोहे के अलग स्वाद का सेवन कर सकते हैं। कुछ लोग मीठा पोहा बनाते हैं, तो कुछ सब्जियां मिलाकर अधिक पौष्टिक पोहा बना सकते हैं। नमकीन के तौर पर भी पोहा खाया जा सकता है।
पोहा खाने का समय और तरीका
-आहार और पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक, अगर आप भी वजन कम करने के उद्देश्य से पोहे का सेवन कर रहे हैं तो जरूरी है कि पोहा को सही मात्रा में खाएं। पोहा की एक क्वार्टर प्लेट उपयुक्त है। इतना पोहा लंबे समय तक भूख नहीं लगते देता और एक्टिव रखता है।
-पोहे का सेवन मात्र नाश्ते में करना जरूरी नहीं, बल्कि क्रेविंग्स महसूस होने पर शाम में भी खाया जा सकता है।
-आप चाहें तो लंच या डिनर में भी पोहा खा सकते हैं। लेकिन शरीर में प्रोटीन की मात्रा कम न हो इसके लिए सब्जियों को भी पोहा के साथ शामिल करें।
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नोट: यह लेख दिल्ली की डॉ. प्रिया पाण्डेय से बातचीत के आधार पर तैयार किया गया है। डॉक्टर प्रिया को 8 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने कानपुर विश्वविद्यालय से ह्यूमन न्यूट्रीशियन में स्नातक किया हुआ है। वह आभा सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में आहार विशेषज्ञ के तौर पर कार्यरत हैं। डॉ प्रिया कई संस्थानों में बतौर लेक्चरर ह्यूमन न्यूट्रीशियन के छात्रों को पढ़ाती भी हैं।
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