रामपुर में 6 और आजमगढ़ में 13 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कुल 35.45 लाख मतदाता करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने मतदान निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने केलिए सभी तैयारियां पूरी करने का दावा किया है।
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा क्षेत्र में उप चुनाव के लिए मतदान बृहस्पतिवार को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक होगा। रामपुर में 6 और आजमगढ़ में 13 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कुल 35.45 लाख मतदाता करेंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने मतदान निष्पक्ष और शांतिपूर्ण कराने केलिए सभी तैयारियां पूरी करने का दावा किया है। नतीजे 26 जून को आएंगे। इस बीच आजम खां ने राज्य पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कटेहरी से विधायक निर्वाचित होने के बाद उन्होंने आजमगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद पद से इस्तीफा दिया था। इसी प्रकार आजम खां ने रामपुर से विधायक निर्वाचित होने के बाद रामपुर लोकसभा सांसद पद से इस्तीफा दिया था। दोनों के इस्तीफे से खाली हुई रामपुर और आजमगढ़ सीट पर उप चुनाव कराया जा रहा है।
अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर मतदान के दिन मतदान केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल के तहत सुरक्षा के सभी इंतजाम किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि उप चुनाव में 35.45 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 18.78 लाख़ पुरूष और 16.67 लाख महिला तथा 218 तृतीय लिंग के मतदाता हैं। उन्होंने बताया कि रामपुर लोकसभा क्षेत्र में 6 और आजमगढ़ लोकसभा उप चुनाव में 13 अभ्यर्थी चुनाव लड़ रहें हैं। आजमगढ़ में 1 महिला अभ्यर्थी भी चुनाव लड़ रही है।
उन्होंने बताया कि उप चुनाव में कुल 4234 पोलिंग बूथ बनाए गए है। मतदान पर निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग की ओर से 2 सामान्य प्रेक्षक तथा 02 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किए गए हैं। इनके अतिरिक्त 291 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 40 जोनल मजिस्ट्रेट, 10 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 433 माइक्रो पर्यवेक्षक भी तैनात किए गए हैं।
आजम ने लगाए आरोप
इस बीच मतदान शुरू होने से कुछ समय पहले आजम खान ने कहा है कि यदि मतदान प्रतिशत गिरता है, तो दोष सरकार पर भी है। उन्होंने रातों-रात तबाही मचा दी। जीप और सायरन शहर (रामपुर) में हर जगह थे। वे लोगों को थाने ले गए, उन्हें पीटा और मैंने कुछ मनी ट्रांसफर के बारे में भी सुना है। यह शर्मनाक है।
आजम ने कहा कि मैं पूरी रात से जागा हुआ हूं। हमारे लोकसभा उम्मीदवार गंज थाने, कोतवाली और सिविल लाइंस थाने (रामपुर में) गए थे। गंज थानाध्यक्ष का सबसे अभद्र व्यवहार रहा। उन्होंने हिंसा तक की।
आजम खां ने बीती रात पुलिस की ओर से की गई हिंसा का आरोप लगाते हुए कहा कि मैं अपराधी हूं, मानता हूं… तो मेरा शहर भी ऐसा ही माना गया है। वे जो चाहें कर सकते हैं, हमें सहना होगा। अगर मुझे रहना है, तो मुझे सहना होगा